दावाः रांची पुलिस द्वारा घरों की छत पर ड्रोन से निगरानी करने का एक वीडियो इस सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल है कि रामनवमी के दिन बाधा डालने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग छतों पर पत्थर इकट्ठा कर रहे हैं.
फैक्ट क्या है: बूम की जांच में दावा झूठा पाया गया है. दरअसल पुलिस ने हिंदू और मुसलमान दोनों समुदाय के जिन घरों की छत पर जो कुछ निर्माण सामग्री थी उसे हटाने का निर्देश दिया था.
कैसे पता लगाई सच्चाई: रांची पुलिस ने एक्स पर इस दावे का खंडन किया. बूम ने रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता से भी बात की. उन्होंने बूम को बताया कि हिंदू और मुसलमान दोनों समुदाय के जिन घरों की छत पर जो कुछ निर्माण सामग्री थी उसे हटाने का निर्देश दिया गया था.
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