आंध्रप्रदेश से ‘108’ निष्क्रिय एम्बुलेस की तस्वीर को उत्तरप्रदेश का बताया कर सोशल मीडिया पर व्यापक रुप से से फैलाया जा रहा है। राज्य की स्थिति पर शोक व्यक्त करते हुए, सोशल मीडिया पर यह वायरल पोस्ट दावा करता है कि उत्तरप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा शुरु की गई 108 एम्बुलेंस मौजूदा आदित्यनाथ सरकार के तहत जंक यार्ड में हैं। हालांकि, एक तथ्य जांच से पता चलता है कि हालांकि, यह तस्वीर आंध्र प्रदेश से है, न कि उत्तर प्रदेश से है। गलत दावा के साथ फोटो साझा करने वालों में कांग्रेस के दिग्विजय सिंह थे। योगी सरकार पर एम्बुलेंस पर ध्यान न देने का आरोप लगाते हुए, सिंह ने कहा कि यूपी में अब मरीज अब हाथ गाड़ियों से अस्पतालों में जाते हैं। वह एम्बुलेंस की अनुपलब्धता के कारण अस्पताल में ठेले से जाने वाले मरीजों के उत्तर प्रदेश में हालिया घटनाओं का जिक्र कर रहे थे। ( इस संबंध में
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I am with Ravish Kumar’ नामक फेसबुक पेज के करीब 3.5 लाख फॉलोअर हैं। इस पेज ने भी यह तस्वीर साझा की है और साथ ही लिखा है, ये मेरे प्रदेश की हालत क्या कर दी योगी जी अखिलेश यादव जी द्वारा चलवाई गई 108,102 एम्बूलेंस खड़ी जंग खा रही है जनता ठेलों पर मरीज ले जा रही है। इस पोस्ट को करीब 30,000 बार शेयर किया गया है।
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Arvind Kejriwal Fans’ नामक एक अन्य पेज ने भी यह तस्वीर साझा की है और इसे करीब 500 बार शेयर किया गया है।
Full View बूम ने गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि लुगु समाचार पोर्टल
Sakshi.com ने 22 सितंबर को इस तस्वीर को दिखाया था। ఆపత్కాల వరదాయిని 108 అటకెక్కింది..! (ఫొటో: కిశోర్, విజయవాడ) कैप्शन का हिंदी अनुवाद कुछ यूं है, "108 आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवा अटारी में चली गई (फोटो: किशोर, विजयवाड़ा) "।
इसके अलावा, इस तस्वीर को ज़ूम करने पर पहले वाहन पर ‘Government Of Andhra Pradesh’ यानी 'आंध्र प्रदेश सरकार' लिखा देखा जा सकता है।
तेलुगु में "आंध्र प्रदेश सरकार" शब्द वाहनों की छत पर भी लिखा देखा जा सकता है।
पिछले साल बीवीजी इंडिया-यूके स्पेश्लिस्ट एम्बुलेंस सर्विसेज (यूकेएसएएस) कंसोर्टियम के लिए जीवीके एमर्जेंसी मैनेजमेंट रिसर्च ने राज्य में आपातकालीन 108 एम्बुलेंस सेवाओं को चलाने के लिए बोली खो दी थी। उच्च न्यायालय ने भी सरकार के फैसले को बरकरार रखा है।