ट्विटर और फ़ेसबुक पर रोहिंग्या समुदाय की एक लड़की की फ़ोटो वायरल हो रही है | इस फ़ोटो के साथ दावा किया जा रहा है की 'यह लड़की 14 साल की है और इसके दो बच्चे हैं | इसका शौहर 54 साल का है | जिंदगी भर में 20 और (बच्चे पैदा) करेगी |'
इसी फ़ोटो के साथ कैप्शन दिया है जिसमें लिखा है: देश में बढ़ती हुई मुस्लिम आबादी, भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की ओर बढ़ता हुआ कदम है और हमारे कुछ गद्दार नेता भी इस काम मे उनके साथ हैं । समय रहते इस पर ध्यान न दिया गया तो बहुत ही गम्भीर समस्या हो सकती है । जनसँख्या नियंत्रण कानून बनाओ, देश को सशक्त ,समृद्ध और खुशहाल बनाओ ।
इसके साथ ही बिहार के मुख्य मंत्री नितीश कुमार की फ़ोटो के साथ लिखा है: "हम जनसँख्या नियंत्रण कानून का विरोध करते हैं" | यह दावा पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ नमक ट्विटर हैंडल पर शेयर हुआ है जहाँ से इसे करीब 1,300 बार रीट्वीट किया गया हैं | आपको बता दें की यह सारे दावे भ्रामक और फ़र्ज़ी हैं |
इन दोनों फ़ोटो का आपस में कोई सम्बन्ध नहीं है | रोहिंग्या समुदाय पर संकट एक अलग मुद्दा है और नितीश कुमार ने इस तरह का कोई बयान दिया ही नहीं | आप इस तरह की कुछ फ़ेसबुक और ट्विटर पोस्ट्स नीचे देख सकते हैं |
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देखें |
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने इस फ़ोटो को ध्यान से देखा तो ऊपरी कोने में बी.बी.सी न्यूज़ लिखा दिख रहा हैं | इसके बाद हमने 'बीबीसी' और 'रोहिंग्या' जैसे कीवर्ड्स के साथ गूगल सर्च किया तो बीबीसी द्वारा बनाई गयीं कुछ डॉक्युमेंट्रीज़ तक पहुंचे जो 2017 और '18 में बांग्लादेश में शूट हुई हैं | दावे के साथ शेयर की गयी फ़ोटो में दिख रही लड़की जिस बीबीसी डाक्यूमेंट्री में हैं उसमें कहीं भी इसके दो बच्चे होने या इसके हाथ में इसका ख़ुद का बच्चा होने की कोई ख़बर नहीं हैं | सिर्फ़ एक फ़्रेम में इस लड़की को दिखाया गया हैं |
हालांकि गौर करने वाली बात हैं की जबकि इसे भारत से जोड़ा जा रहा हैं, यह दरअसल म्यांमार से बांग्लादेश आये हुए रोहिंग्या हैं | डाक्यूमेंट्री में बीबीसी के पत्रकार संजोय मजूमदार शुरुआत में ही यह बताते हैं की कैसे रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार द्वारा किये जा रहे अत्याचार से बचने के लिए बांग्लादेश में चोरी छुपे पहुंचते हैं और बिना कोई पुख़्ता इंतज़ाम के शरणार्थी शिविरों में रहते हैं |
बूम ने पिछले साल भी इस फ़ोटो के फ़र्ज़ी होने की पुष्टि की थी जब देश भर में रोहिंग्या समुदाय को लेकर हड़कंप मचा हुआ था | पुरानी रिपोर्ट यहाँ पढ़ें | बूम ने बीबीसी पत्रकार संजोय मजूमदार से इ-मेल पर बात की जहां उन्होंने कहा, "सोशल मीडिया पर वायरल ये तस्वीर दरअसल रिफ़्यूजियों के पहले शेल्टर की है जहां रोहिंग्या बांग्लादेश में घुसने के बाद कैंप करते हैं | यह वायरल तस्वीर बीबीसी की रिपोर्ट को गलत तरीके से दर्शाती है | स्टोरी में कहीं यह नहीं कहा गया हैं की लड़की ने ख़ुद का बच्चा गोद में लिया हुआ हैं |"
क्या कोई लड़की सच में बूढ़े आदमी की पत्नी है?
रोहिंग्या समुदाय पर संकट सिर्फ़ आवास या विस्थापन से जुड़ा हुआ नहीं हैं | इन शरणार्थी शिविरों में कई तरह से महिलाओं का शोषण किया जाता हैं | बूम को बीबीसी पर कई डॉक्युमेंट्रीज़ मिलीं जो इस विषय पर रौशनी डालती हैं | हालांकि एक डाक्यूमेंट्री में दिखाया गया हैं की कैसे बच्चियों को बूढ़े लोगों से शादी करनी 'पड़ती' हैं जिससे उनकी और उनके आने वाले परिवार की जिंदगी बर्बाद होती हैं | आप इस डॉक्यूमेंट्री को यहाँ देख सकते हैं | यह बीबीसी की स्टोरी एक साल पुरानी हैं और 'बांग्लादेश के कॉक्स बाजार' की हैं न की भारत की |
आप यहाँ देख सकते हैं की वीडियो में तीन महिलाओं की कहानी दिखाई गयी हैं जिनमें से एक की शादी अबुल काशम से हुई हैं जो 66 वर्ष के हैं | आप रोहिंग्या विस्थापन और शिविरों के बारे में पढ़ने के लिए यहाँ और यहाँ पढ़ें |
हालांकि इस तरह के फ़र्ज़ी दावों को बूम ने पहले भी साबित किया हैं, आप बूम के लेखों को नीचे पढ़ सकते हैं |
Gory Staged Video Being Shared As Rohingya Slaughtering Hindus
Old Video From Gujarat Shared Falsely As Rohingya & Bangladeshi Refugees Heckling BJP Workers