Claim
टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कोलकाता में सीआरपीएफ़ कर्मियों पर हमला किया |
Fact
तीनो वायरल तस्वीरों का पश्चिम बंगाल या तृणमूल कांग्रेस पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। ये तस्वीरें पुरानी हैं और दावे से कोई सम्बन्ध नहीं रखती | दो तस्वीरें कानपुर की एक घटना की हैं, जबकि तीसरी तस्वीर गुवाहाटी की है। पहली दो तस्वीरें जो कानपूर से है वे तब की हैं जब एक अस्पताल में एक मरीज के साथ कथित तौर पर बलात्कार के बाद क्रोधित प्रदर्शनकारियों ने 2017 में पुलिस पर हमला किया था। तीसरी तस्वीर गुवाहाटी की है जब 2011 में बेदख़ली के विरोध में पहाड़ी निवासी सामने आए थे । आप पोस्ट के आर्काइव्ड वर्शन को यहाँ देख सकते हैं ।
कानपुर और गुवाहाटी से ली गयीं ये तस्वीरें क्रमशः 2017 और 2011 से हैं