कुछ फ़ेसबुक पेजों पर कुछ दिनों से एक तस्वीर पोस्ट एवं शेयर की जा रही है | दावा किया जा रहा है की यह तस्वीर भारतीय सेना द्वारा राजस्थान के एक रेगिस्तान में नियुक्त की गयी एक महिला सैनिक की है | आपको बता दें यह दावा झूठा है |
कई फ़ेसबुक पेज जिसमें Wisdom, भारतीय सेना एवं The Army Wife's Diary जैसे पेज शामिल हैं यह दावा करते हैं की फ़ोटो में दिखने वाली लड़की भारतीय सेना द्वारा रेगिस्तान में तैनात की गयी है | फ़ोटो के साथ कैप्शन में लिखा है: "राजस्थान के तपते रेगिस्तान में पहरा देती भारतीय जवान | रुक क्यों गए अब बोलो | जय हिंद"
आप ऐसी कुछ फ़ेसबुक पोस्ट्स नीचे देख सकते हैं |
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देखें |
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ऐसी ही कुछ पोस्ट ट्विटर पर भी वायरल हो रहे हैं | दावा ट्विटर पर भी एक जैसा ही है | कुछ ऐसे ही पोस्ट्स आप नीचे देख सकते हैं |
आप इस ट्विटर हैंडल का आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देख सकते हैं |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च कर पाया की जो फ़ोटो वायरल हो रही हैं वो एक कुर्दिश लड़की की है | तस्वीर में दिख रही लड़की का नाम असिआ रमज़ान अंतर है | अंतर की यह फ़ोटो और कई और फ़ोटोज़ सोशल मीडिया पर दो साल पहले वायरल हुई थी | यह उन्नीस साल की लड़की कमिश्ली शहर से है जो कुर्दिस्तान में है | असिआ एक फ़ौजी थी और वाई.पि.जे की सदस्या थी जो महिला जवानों का एक समूह है | यह समूह इस्लामिक स्टेट के खिलाफ़ जंग करता है | असिआ 2016 में इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया (आई.एस.आई.एस) के उग्रवादियों द्वारा मार दी गयी थी |
आप इस बात की पुष्टि नीचे दिए गए बीबीसी रिपोर्ट में देख सकते हैं | इस लेख में असिआ के मरने का ब्यौरा और कैसे उसे सोशल मीडिया पर हॉलीवुड अदाकारा एंजेलिना जॉली के नाम पर कुर्दिस्तान की एंजेलिना जॉली कहा जाता था लिखा गया है |
बूम ने एक लेखक का ट्विटर हैंडल भी देखा जिन्होंने इस मर्डर की पुष्टि की थी | एलिसन बेरी जो पेशे से लेखक, टी.वी पर्सनालिटी, युद्ध विशेषज्ञ हैं उन्होंने ट्वीट कर यह कहा है की योद्धा+ लीडर असिआ रमज़ान अंतर इस्लामिक स्टेट द्वारा मार दी गयी | आप एलिसन के बारे में जानने के लिए यहाँ पढ़ सकते हैं और उनके ट्वीट को नीचे देख सकते हैं |
असिआ ने वाई.पि.जे 2015 में जॉइन किया जो सीरियन डेमोक्रेटिक फ़ोर्स का एक भाग है | यह समूह इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया के खिलाफ़ लड़ता है | यह जंग महिलाओं द्वारा नब्बे के दशक में शुरू की गयी थी जो की प्रताड़ना एवं मार काट को रोकने का एक प्रयास है |
आप असिआ एवं सीरियन डेमोक्रेटिक फ़ोर्स के बारे में यहाँ और यहाँ पढ़ सकते हैं |