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फ़ैक्ट चेक

क्या पृथ्वी की ये तस्वीरें वाकई चंद्रयान 2 द्वारा भेजी गई हैं?

बूम ने पाया कि वायरल की जा रही तस्वीरें असंबंधित थीं और चंद्रयान 2 अंतरिक्ष यान द्वारा नहीं ली गई थीं

By - Anmol Alphonso | 29 July 2019 2:12 PM GMT

सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें वायरल हैं जिसमें दावा किया जा रहा है कि पृथ्वी की ये तस्वीरें चंद्रयान 2 अंतरिक्ष यान द्वारा ली गई थीं। 22 जुलाई, 2019 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा चंद्रयान-2 लॉंच किया गया था। बूम को अपने व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर (7700906111) पर यह तस्वीरें प्राप्त हुई हैं जिसमें इसकी सच्चाई के बारे में पूछा गया है।

( व्हाट्सएप संदेश )

फ़ेसबुक पर वायरल

नीचे दिए गए कैप्शन के साथ हमने फ़ेसबुक पोस्ट भी खोजे और पाया कि यह फ़ेसबुक पर वायरल था।

"पृथ्वी की पहली तस्वीरें, चंद्रयान 2 द्वारा भेजी गई ... आंखों को मनमोहक लगने वाला दृश्य"

( फ़ेसबुक पोस्ट )

पोस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें और अर्काइव के लिए यहां देखें।

फ़ैक्ट चेक

चंद्रयान-2 का उद्देश्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर उतरना है न कि अंतरिक्ष से पृथ्वी की तस्वीरें लेना है, जैसा कि वायरल तस्वीरों में दावा किया जा रहा है।

इमेज 1

गूगल रिवर्स इमेज सर्च से हम हाना गार्टस्टीन द्वारा किए गए इसी तस्वीर के इलस्ट्रेशन तक पहुंचे, जिसे 7 मार्च, 2007 को 'एस्ट्रोनॉमी पिक्चर ऑफ द डे' के तहत नासा की वेबसाइट पर होस्ट किया गया था।

( नासा वेबसाइट )

इमेज 2

यह तस्वीर 10 सेकंड के ‘लाइट ओवर द मॉर्निंग अर्थ’ नामक एनिमेटेड शटरस्टॉक वीडियो का स्क्रीन-ग्रैब है।

( शटरस्टॉक )

इमेज 3

तस्वीर को क्रॉप किया गया है और इलस्ट्रेटर एलन उस्टर द्वारा बनाई गई शटरस्टॉक इमेज से लिया गया है, जिसका शीर्षक है ‘प्लैनेट अर्थ विद सनराइड एंड मून इन द स्पेस।’

इमेज 4

गूगल रिवर्स इमेज से हम 26 फरवरी, 2017 को द टेलीग्राफ द्वारा प्रकाशित एक लेख तक पहुंचे जिसमें यह बताया गया है कि यह तस्वीर रूस के कुरील द्वीप समूह के सरायचेव ज्वालामुखी से निकलने वाले धुएं, भाप और राख के बड़े ढ़ेर की है | इसे इंटरनेश्नल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर अंतरिक्ष यात्रियों ने कैमरा में क़ैद किया|

( टेलीग्राफ का लेख )

यह भी पढ़ें:From Earth to Mars: The ISRO Story

इमेज 5

रिवर्स इमेज सर्च से हम इस तस्वीर तक पहुंचे जिसका वॉलपेपर के लिए टेम्पलेट के रूप में उपयोग किया जा रहा है और यह अंतरिक्ष में क्लिक की गई वास्तविक तस्वीर नहीं है।

इमेज 6

रिवर्स इमेज सर्च से हम 2014 की एक तस्वीर तक पहुंचे जहां कई वेबसाइट पर तस्वीर का उपयोग किया गया है। हालांकि, तस्वीर का स्रोत अस्पष्ट है।

( रिवर्स इमेज सर्च परिणाम )

इमेज 7

तस्वीर नासा से पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुव और अंटार्कटिका का एक काल्पनिक दृश्य है और एक कंप्यूटर द्वारा कई उपग्रहों की जानकारी का उपयोग करके बनाया गया था।

(काल्पनिक दृश्य)

यह भी पढ़ें:Religious Ceremony Performed Before Agni-V Test Launch Shared As Chandrayaan 2

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