Claim
गंगा में तैरती लाशें पहली बार 1918-20 में देखी गई थी तब हम अंग्रेजों के गुलाम थे और अब 2021 में देखा जा रही हैं जब हम मानसिक गुलाम हैंं
Fact
सोशल मीडिया पर ‘गंगा में तैरती लाशों’ (dead bodies in ganga) की एक तस्वीर भ्रामक दावे से वायरल है. वायरल तस्वीर में गंगा में तैरती लाशों के बीच कुत्ते भी खड़े दिखाई दे रहे हैं. इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये साल 2021 की है. बूम पहले भी इस वायरल तस्वीर को फ़ैक्ट-चेक चुका है. बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर 2015 की है जब उत्तर प्रदेश के उन्नाव में 100 ज़्यादा लाशों गंगा नदी में बहती हुई पाई गईं थी. बूम को ये तस्वीर फ़ोटो एजेंसी गेटी इमेजेस की वेबसाइट पर 13 जनवरी 2015 को पोस्ट की गई मिली जिसमें लिखा था कि ये उत्तर प्रदेश के उन्नाव से हैं.