Claim
सोशल मीडिया पर वोट नहीं देने पर बैंक से 350 रुपये कटने की बात कहने वाला एक पुराना व्यंग्य लेख वायरल है. यह व्यंग्य लेख खबर के प्रारूप में है, यूजर्स इसे वास्तविक खबर मानते हुए सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.
Fact
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल पेपर कटिंग मार्च 2019 में होली के दौरान हिंदी न्यूज पेपर नवभारत टाइम्स में प्रकाशित एक व्यंग्यात्मक लेख की है. यह किसी भी तरह की कोई वास्तविक खबर नहीं थी.दरअसल, नवभारत टाइम्स ने 2019 में होली के त्योहार के दौरान "हवाबाजी: लोकसभा चुनावों में वोट देने नहीं गए तो बैंक अकाउंट से कटेंगे ₹350" शीर्षक के साथ यह व्यंगात्मक लेख प्रकाशित किया था. आर्टिकल के नीचे स्पष्ट शब्दों में एक डिस्क्लेमर नोट दिया गया, "इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है. यह मजाक है और किसी को आहत करना इसका मकसद नहीं है." भारतीय चुनाव आयोग के प्रवक्ता के आधिकारिक एक्स अकाउंट से 23 मार्च 2019 को इस संबंध में एक पोस्ट किया गया था, जिसमें नवभारत टाइम्स द्वारा होली प्रैंक के रूप में प्रकाशित इसे भ्रामक लेख बताया था. नवंंबर 2021 में फिर से इसी फर्जी खबर के वायरल होने पर एक्स पर पोस्ट कर इसे फेक न्यूूज बताया था. अभी फिर से यही पेेपर कटिंग वायरल होने पर चुनाव आयोग के अधिकारिक एक्स अकाउंट पर 02 अप्रैल 2024 को इसे पोस्ट कर फर्जी बताया गया है. दिसंबर 2021 में जब यह पेपर कटिंग वायरल हुई थी. तब बूम ने इसका फैक्ट चेक किया था. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें -