Claim
रतन टाटा ने कहा है, उनकी कंपनी JNU के किसी छात्र को नौकरी नहीं देगी,उन्होंने कहा की जो देश का ना हुआ वो कंपनी का क्या होगा ।
Fact
बूम पहले भी वायरल किए जा रहे दावे की पड़ताल कर चुका है. तब हमने अपनी जांच में पाया था कि रतन टाटा ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. बूम के द्वारा भेजे गए एक ईमेल के जवाब में टाटा ट्रस्ट ने कहा था कि रतन टाटा ऐसे किसी बातचीत में हिस्सा नहीं लेते हैं. साथ ही उन्होंने इस तरह के बयानों को तवज्जों नहीं देने की अपील भी की थी. इसके अलावा टाटा ग्रुप ने साल 2016 में एक यूज़र द्वारा किए गए ट्वीट के जवाब में भी वायरल हो रहे दावे का खंडन किया था.