Claim
“पुलिस वाला मुसलमानों के खिलाफ दंगा भड़काने केलिए नकली ख़ून वाली पट्टी लगाते हुए । यह है अंधभक्त पुलिस वाले पिशाच का कारनामा ।-:::--- सोचो समझो और कानूनी कार्रवाई करवाओ । --:::--- पुछती है पूरी दुनिया, जय छात्र,जय किसान जय संविधान, जय भारत.”
Fact
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है. वायरल वीडियो का संबंध रांची, कानपुर या प्रयागराज की हालिया किसी भी घटना से नहीं है. वीडियो राजस्थान के जोधपुर का है और पुराना है. हमने वीडियो में दिखाई देने वाले पुलिसकर्मी की पहचान ASI धन्नाराम के रूप में की. बूम को धन्नाराम ने बताया था कि उसके सर पर चोट लगी थी. उन्होंने सर पर रुमाल बांधने से पहले उससे खून साफ़ किया था. इसलिए खून उनके चेहरे पर नहीं, बल्कि रुमाल में लगा दिख रहा है.