Claim
पाकिस्तान का एक पुराना वीडियो जिसमें कई लोग खुली ज़मीन में लगे पौधों को उखाड़ रहे हैं, ग़लत दावे से वायरल हो रहा है. लोग शेयर करते हुए लिख रहे हैं - "ये मुसलमान कौम, एक पागल कौम है.! रेगिस्तान मे लगाये गये पौधों को उखाड रहे है... ये लोग बोल रहे की रेगिस्तान अल्ला की देन है... इसको हरा भरा करनेवाले हम कौन हैं"
Fact
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है. 9 अगस्त 2020 को पाकिस्तान के खैबर पख़्तूनख़्वा में विवादित भूमि पर लगे होने के कारण लोग पौधों को उखाड़ रहे हैं, ना कि इसलिए कि पेड़ लगाना इस्लाम के ख़िलाफ़ है. बूम इससे पहले अगस्त 2020 में वायरल वीडियो का फ़ैक्ट चेक कर चुका है. उस वक्त भी यह इस्लामोफ़ोबिक दावे से वायरल था. तात्कालिक पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह घटना 9 अगस्त की खैबर पख़्तूनख़्वा के खैबर बारा मंडी इलाके की थी जहाँ लोग ज़मीन विवादित होने के कारण प्लांटेशन ड्राइव का विरोध कर रहे थे. डॉन अख़बार की एक रिपोर्ट में स्थानीय लोगों के हवाले से कहा गया है कि सरकार उन्हें ज़मीन से बेदख़ल करना चाहती है इसलिए यह पौधे लगवाये जा रहे हैं. रिपोर्ट में आगे बताया गया था कि ज़मीन को लेकर विवाद दो शक्तिशाली जनजातियों के बीच में था. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें