Claim
सोशल मीडिया पर भाजपा की एक रैली पर हमले का वीडियो लोकसभा चुनावों से जोड़ते हुए वायरल है. वीडियो में कुछ लोगों को भारतीय जनता पार्टी का झंडा लिए प्रचार करते हुए देखा जा सकता है. कुछ अन्य लोग इनके साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं. यूजर्स (आर्काइव लिंक) इसके साथ भाजपा के 400 पार के नारे का मजाक बनाते हुए दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो गुजरात के द्वारका का है, जहां जनता ने भाजपा का प्रचार कर रहे लोगों को मारा है.
Fact
बूम ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया. यह गुजरात के द्वारका की नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल की घटना है. जहां अगस्त 2022 में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वर्करों ने भाजपा की रैली पर हमला कर दिया था. वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो को गौर से सुना तो पाया कि वीडियो में पीछे से लोग बांग्ला में नारे लगा रहे थे. इससे हमें अंदेशा हुआ कि वायरल दावा गलत है. इसके बाद यहां से हिंट लेकर हमने यूट्यूब पर इससे संबंधित कीवर्ड्स सर्च किए. इससे हमें टाइम्स नाउ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 6 अगस्त 2022 का अपलोड किया गया यह वीडियो मिला. इस वीडियो में घटना की विस्तृत रिपोर्टिंग की गई थी. इसके डिस्क्रिप्शन के अनुसार, पश्चिम बंगाल के हुगली में भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी. टीएमसी विधायक असित मजूमदार ने आरोप लगाया था कि जब वह कोलकाता से अपने घर लौट रहे थे तो रास्ते में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके कार को रोक कर उनपर हमला किया. वहीं भाजपा ने यह दावा कि वे लोग एक रैली निकाल रहे थे तभी असित मजूमदार ने रैली में मौजूद लोगों के साथ मारपीट की थी. (अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद) इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के विजुअल्स साफ देखे जा सकते हैं. इसके अलावा, हमें बंगाली न्यूज वेबसाइट 'एबीपी आनंद' की वेबसाइट पर भी इससे जुड़ी रिपोर्ट मिली, इस रिपोर्ट भी वायरल वीडियो मौजूद है. इसमें भी बताया गया कि पश्चिम बंगाल के चुंचुरा में बीजेपी की रैली पर टीएमसी ने हमला किया. इससे साफ है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि 2022 का है. यह पश्चिम बंगाल की घटना है, इसका गुजरात या हालिया लोकसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है. असल में यह वीडियो इससे पहले नवंबर 2022 में भी गुजरात के मोरबी का बताकर वायरल था. बूम ने तब भी इसका फैक्ट चेक किया था. पूरा फैक्ट चेक नीचे पढ़ें-