Claim
"जो बहनें इन विशेष लोगों को राखी बांधकर भाई का रिश्ता निभाने की उम्मिंद रखतीं हैं, जरा सच्चाई से अवगत जरूर हो जाएं जो बेटा अपनी माँ से तथा बाप अपनी सगी बेटी से निकाह कर ले वह हिन्दू के बहन और बेटी का कैसे धर्म निभा सकता है इसलिए सभी सनातनी को सलाह दी जाती है की आप इन से सावधान रहना ये धर्म नहीं यह केवल मजहब है."
Fact
"बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर के साथ किया गया दावा फ़र्ज़ी है. पहली तस्वीर में दोनों पति-पत्नी नहीं बल्कि पिता-पुत्री हैं, जिन्होंने साथ में क़ुरान का पाठ ख़त्म किया था. जबकि, दूसरी तस्वीर मां-बेटे की ही है लेकिन माँ ने अपने बेटे से निकाह नहीं किया है बल्कि बेटे ने ‘ख़त्म उल क़ुरान’ यानी कुरान शरीफ का पाठ पूरा किया है. ख़त्म उल क़ुरान यानी पूरी क़ुरान पढ़कर ख़त्म करना."