Claim
“मात्र 70 साल की शिक्षा ने भारत के वर्तमान युवाओं को कितना कुंठित बना दिया!!! 1400 साल पहले पल्लव राजा नरसिंह द्वारा निर्मित लालगिरी मंदिर में एक कम्प्यूटर तथा कीबोर्ड के साथ बिजली का तार और ये सब पत्थर की दीवार पर बनाई गई हैं, यह कैसे हो सकता है..? जबकि ये कहा जाता है कि तब धरती पर आधुनिक बिजली भी नहीं थी, धरती पर आधुनिक तकनीकी यंत्र भी नहीं थे, जबकि प्रमाण हमारे मंदिरों की दीवारों पर है लेकिन हम मन्दिर जाते हीं नहीं है.”
Fact
बूम पहले भी इस वायरल तस्वीर का फ़ैक्ट चेक कर चुका है. तब, हमने पाया था कि यह तस्वीर कोई प्राचीन मूर्ति नहीं है बल्कि मेक्सिको सिटी के आर्टिस्ट राउल क्रूज़ की एक कृति है. हमें अपनी जांच के दौरान यह तस्वीर 'स्ट्रेंज हॉरिज़ोन्स' नामक वेबसाइट पर राउल क्रूज़ के नाम के साथ 'फ्यूचर एनसेस्टर' शीर्षक से मिली थी जिसके जारी होने की तारीख़ 9 अक्टूबर 2006 लिखी थी. वहीं, एक अन्य वेबसाइट में इसे ‘मेमोरी ऑफ़ द फ्यूचर' के शीर्षक के साथ प्रकाशित किया गया था. राउल क्रूज़ ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस तस्वीर को 2018 में अपलोड किया था जिसके कैप्शन में उन्होंने ‘मेमोरी ऑफ़ द फ्यूचर' फाइबर ग्लास पर ऐक्रेलिक, 2015 लिखा था. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें