Claim
"भारत की शानदार जीत!!! प्रधानमंत्री मोदी की चाणक्य कूटनीति। विश्व पटल पर ब्रिटेन की हार यह एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे पीएम मोदीजी ने दुनिया भर में रिश्तों को विकसित किया है। न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में चुना गया है। भारत के न्यायमूर्ति दलवीर सिंह को 193 मतों में से 183 मत मिले (प्रत्येक देश से एक प्रतिनिधित्व) और उन्होंने ब्रिटेन के न्यायमूर्ति क्रिस्टोफर ग्रीनवुड को हराया। उन्होंने इस पद पर 71 साल पुराने ब्रिटिश एकाधिकार को तोड़ा।"
Fact
बूम पहले भी वायरल दावे की पड़ताल कर चुका है. तब हमने अपनी जांच में पाया था कि अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय(ICJ) में मुख्य न्यायाधीश जैसा कोई पद नहीं होता है. बल्कि वहां तीन सालों के लिए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुने जाते हैं. वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के अध्यक्ष पद का दायित्व अमेरिका की जोन ई. डोनोग्यू के पास है. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के वेबसाइट पर ही मौजूद वर्तमान न्यायाधीशों की लिस्ट के अनुसार जस्टिस दलवीर भंडारी न्यायालय के 15 सदस्यीय जजों में ज़रूर शामिल हैं लेकिन वे अध्यक्ष नहीं हैं. इसके अलावा जांच में हमने यह भी पाया कि अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के अध्यक्ष पद पर ब्रिटेन के अलावा कई अन्य देशों के भी अध्यक्ष चुने गए हैं.