Claim
“चीन में उइगर मुस्लिम के घर क़ुरान मिली तो चीनी सिपाही ने पूरी क़ुरान पढ़वा दी करो विरोध चीन का निकालो चीन के ख़िलाफ़ रैली...”
Fact
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है. हमारी जांच में सामने आया कि यह वीडियो 13 मई, 2017 को इंडोनेशिया के जकार्ता में डेपोक बारू स्टेशन पर हुई एक घटना का है. ट्रिब्यून न्यूज के अनुसार, रेलवे स्टेशन पर पकड़े गए एक जेबकतरे को सुरक्षाकर्मियों ने पीटा था. बूम ने पहले भी इस वीडियो की फ़ैक्ट चेक किया था जब इसे साल 2019 और 2020 में चीन में एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई के दावे के साथ शेयर किया गया था. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें