करीब दो साल पुराना वीडियो वायरल है| इसमें एक शख़्स कांग्रेस रैली में प्रतिभागियों को पैसे देता नज़र आता है| फ़र्ज़ी दावा किया जा रहा है की कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के ख़िलाफ प्रदर्शन के लिए लोगों को पैसे दिए|
इसके अलावा वीडियो में राहुल गाँधी का एक ऑडियो अलग से जोड़ा गया है| यह ऑडियो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी द्वारा गुजरात में की 2017 में की गयी एक रैली से है| इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है: "सभी महिलाओं को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा हाथों हाथ आजादी की रकम दी जा रही है."
बूम ने इस वीडियो को 2017 में भी ख़ारिज किया था नीचे पढ़ें:
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'आज़ादी' सी.ए.ए के ख़िलाफ प्रदर्शनों में एक जानी-पहचानी नारेबाज़ी का मन्त्र बन गया है| एक फ़ेसबुक यूज़र अलोक शुक्ला ने यह क्लिप शेयर की जिसने 15 घंटों से कम समय में करीब 26,000 से ज़्यादा शेयर और 3,08,000 से ज़्यादा बार देखा जा चूका है|
यह वीडियो ट्विटर पर भी वायरल है| इसका आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देखें|
फ़ैक्ट चेक
हमनें इस समान वीडियो को यूट्यूब पर पाया| यह मार्च 2017 में अपलोड किया गया था| वास्तविक वीडियो में मैतेई बोलते सुना जाता है, यह गुजराती नहीं है| वास्तविक वीडियो में राहुल गाँधी की आवाज़ नहीं है|
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ऊपर दिए गए वीडियो 2 मार्च 2017 को अपलोड किया गया था| इसका टाइटल कुछ यूँ है: "कांग्रेस वोटरों को रिश्वत देते हुए, इम्फाल मणिपुर| वीडियो गोज़ वायरल|"
इस वीडियो में एक प्लेकार्ड देखा जा सकता है जिसमें 'वार्ड 5 के.एम.सी' लिखा है| हमनें पहले यह पाया था की के.एम.सी मतलब कक्चिंग म्युनिसिपल कौंसिल है| मणिपुर में 4 और 8 मार्च 2017 के बीच विधानसभा चुनाव हुए थे|
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रही बात राहुल गाँधी की आवाज़ की, यह गुजरात की एक अलग रैली से ली गयी है| यह नवसर्जन गुजरात जनादेश रैली से है, जो 2017 में ही हुई थी|
वायरल वीडियो का ऑडियो वास्तविक वीडियो में 2.28 सेकंड के आगे सुना जा सकता है|