HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

पश्चिम बंगाल में महिला और बच्चे के शव का वीडियो साम्प्रदायिक दावों के साथ वायरल

बूम ने पाया कि यह घटना पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर इलाके में 29 जनवरी को हुई थी, जब एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और नवजात बेटी को मार कर दफ़ना दिया था।

By -  Swasti Chatterjee | By -  SK Badiruddin |

2 March 2020 7:27 PM IST

ज़मीन के नीचे से खोद कर निकाले जा रहे एक महिला और बच्चे के शवों का एक परेशान करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक कोण के साथ वायरल हो रहा है।

कई सत्यापित हैंडल ने परेशान करने वाले फुटेज को ट्वीट किया है, जिसमें एक आदमी को महिला और बच्चे के बेजान शरीर को ज़मीन खोद कर निकालते हुए दिखाया गया है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि एक मुस्लिम मां और बच्चे को हिंदुओं द्वारा जिंदा दफ़नाया गया था।

यूनाइटेड किंगडम के हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य नज़ीर अहमद ने व्यथित करने वाले फुटेज को ट्वीट किया और दावा किया कि मां और बच्चे, जिन्हें 'भारत में फ़ासिस्ट द्वारा दफ़नाया गया था, सफलतापूर्वक बरामद कर लिया गया था।' परेशान करने वाली प्रकृति के कारण बूम ने फुटेज को शामिल नहीं कर रहा है।

यह भी पढ़ें: क्या इस वीडियो में अमानतुल्ला खान का गुस्सा केजरीवाल के ख़िलाफ है? फ़ैक्ट चेक

नीचे अहमद के ट्वीट का स्क्रीनशॉट है।


ट्वीट देखने के लिए यहां और अर्काइव के लिए यहां देखें

इसी वीडियो को एक अन्य सत्यापित हैंडल, फलीह अल-शबील नाम के एक लेखक ने ट्वीट किया था, जिसमें दावा किया गया था कि हिंदुओं ने मुस्लिम महिला और उसके बेटे को मारने के बाद ज़मीन में दफ़ना दिया। नीचे ट्वीट का स्क्रीनशॉट है।

ट्वीट का अर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें।


पाकिस्तान सेना के एक मेजर सहित कई अन्य हैंडल ने ऐसी ही कहानी के साथ यह वीडियो ट्वीट किया है।

यह भी पढ़ें: दिल्ली दंगे: घी के डब्बों में बंदूक की तस्करी का पुराना वीडियो हाल के सन्दर्भ में वायरल

फेसबुक पर भी यह वीडियो इन्हीं दावों के साथ वायरल है।

फ़ैक्ट चेक

बूम यह पता लगाने में सक्षम था कि वीडियो भारत के पूर्वी हिस्से का है क्योंकि लोगों को बंगाली भाषा बोलते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में लोग दुःख व्यक्त करने के लिए बोलचाल की भाषा में 'अहा रे,' का उच्चारण कर रहे हैं। बाद में वीडियो में एक अन्य व्यक्ति को शिशु के शव पर पीड़ा व्यक्त करते हुए सुना जा सकता है। वह बच्चे को 'दादू' के रूप में पुकारता है, बंगाल में पोते-पोतियों को यही कहा जाता है। 1 मिनट 32 सेकंड के निशान पर, एक शख़्स, दूसरे व्यक्ति को बंगाली में लाश रखने का निर्देश देता है।

बंगाली में प्रासंगिक कीवर्ड खोज के बाद, हमें उसी घटना के फुटेज मिले, जो विभिन्न कोणों से शूट किए गए थे। वीडियो को अफतारुल हक़ नामक यूज़र द्वारा यूट्यूब पर अपलोड किया गया था। यूज़र ने घटना से तीन अलग-अलग वीडियो अपलोड किए थे।

Full View

उनमें से एक के विवरण में बताया गया था कि यह घटना उत्तर बंगाल के इस्लामपुर की है। टेक्स्ट का हिंदी अनुवाद है - "खुदाई के बाद मिले मां और बच्चे, इस्लामपुर।" (बंगाली में मूल टेक्स्ट: মাটি খুড়ে পাওয়া গেলো শিশু ও তার মা || ইসলামপুর)

ज़मीन के नीचे से शवों को निकालते हुए दिखाने वाले एक अन्य 22 सेकेंड लंबे वीडियो के विवरण में इसे पति द्वारा किया गया अपराध बताया गया था।

विवरण में लिखा गया है, "इस्लामपुर में पति द्वारा दफ़नाए गए माँ और बच्चा।"

प्रासंगिक कीवर्ड खोज करने पर हम उसी वीडियो तक पहुंचे जिसे महानगर 24X7 बंगाली के एक समाचार बुलेटिन में दिखाया गया था। वीडियो में 30 जनवरी की घटना के बारे में बताया गया है।

यह भी पढ़ें: नहीं, अमित शाह ने नहीं कहा कि वो भारत से बंगालियों को हटा देंगे

बूम ने वायरल फुटेज और समाचार रिपोर्ट में चलाए गए वीडियो के बीच तुलना भी की।


रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर इलाके (शुजाली) में घटी थी और यह घरेलू हिंसा का मामला था। घटना को अंजाम देने वाले की पहचान अकबर आलम के रूप में की गयी थी। उसने अपनी पत्नी, नूरजहाँ और दो महीने की बेटी रिजवाना की हत्या कर दी और उन्हें उनके घर के पीछे दफ़ना दिया। घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने आलम के घर को आग लगा दी। आलम ने दो साल पहले शादी की थी और लड़की के जन्म से खुश नहीं था जिसके चलते 29 जनवरी को उसने दोनों की हत्या कर दी। बाद में वह इलाके से भाग गया।

चेतावनी: परेशान करने वाली तस्वीरें

Full View

इस घटना की रिपोर्ट न्यूज़ 18 बंगला और ई समय ने भी दी थी।

Full View

नीचे घटना से एक स्क्रीनशॉट है, जिसका इस्तेमाल ई समय में किया गया था।

चेतावनी: ग्राफिक तस्वीरें



Tags:

Related Stories