HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
फ़ैक्ट चेक

मेघालय में घायल सैनिकों का वीडियो गलवान वैली झड़प के रूप में वायरल

बूम ने पाया की यह घटना अक्टूबर 2019 में हुई थी जब 20 जवान को ले जा रही एक बस दुर्घटना का शिकार हो गयी थी

By - Sumit | 22 Jun 2020 5:56 PM GMT

पूर्वी लदाख की गलवान घाटी में स्थित लाइन ऑफ़ एक्चुअल कण्ट्रोल पर हाल में हुए भारत-चीन सैनिकों के बीच की झड़प के रूप में एक 8 महीने पुराना वीडियो वायरल हो रहा है | इस वीडियो में बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (बी.एस.ऍफ़) के 20 जवानों के एक्सीडेंट के बाद का हाल दिखाई दे रहा है | यह एक्सीडेंट मेघालय में हुआ था |

यह वीडियो अब भारत-चीन के बीच बढ़े हुए टेंशन के मद्देनज़र वायरल हो रहा है | 15 और 16 जून को गलवान घाटी में 20 भारतीय जवानों की मौत हो गयी थी | चीनी सैनिकों के भी मरने का अंदेशा है पर बीजिंग ने इसपर अभी चुप्पी साध रखी है यानी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है |

वीडियो में कई सशत्र सेना के जवानों को देखा जा सकता है जो ज़मीन पर घायल पड़े हैं और वीडियो रिकॉर्ड कर रहा व्यक्ति लगातार कुछ बोल रहा है | इस पोस्ट में एक कैप्शन है: "लदाख के गलवान घाटी से एक वायरल वीडियो जिन्हें चीनी सेना ने लाइन ऑफ़ एक्चुअल कण्ट्रोल कश्मीर में मारा |"

(अंग्रेजी में कैप्शन: 'viral video from Ladakh Galwan valley Indian Army Thrashed by Chinese Army on LAC #KASHMIR'. )

इसके भयानक होने के चलते बूम ने वीडियो लेख में नहीं रखा है | हालांकि, वीडियो यहाँ और इसका आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देखें |


यह पोस्ट कई पाकिस्तानी हैंडल द्वारा भी शेयर किया जा रहा है |


यह भी पढ़ें: यह तस्वीर हाल में भारत-चीन स्टैंडऑफ में घायल सिपाही की नहीं है

यह भी पढ़ें: भारत-चीन संघर्ष: सी.पी.आई (एम) के प्रदर्शन की एडिटेड तस्वीरें फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल

फ़ैक्ट चेक

बूम ने रिवर्स इमेज सर्च किया और नवंबर 2019 की एक फ़ेसबुक पोस्ट पायी जिसमें इसी वीडियो का लम्बा वर्शन था |


उर्दू कैप्शन के साथ एक पोस्ट मिला जो 'पाक आर्मी' नामक प्रोफ़ाइल से शेयर किया गया था | इस कैप्शन का अनुवाद है: "भारतीय सेना द्वारा एक साधारण व्यक्ति को मारने पर बदले में इंडियन ट्रुप्स से भरी बस उड़ा दी #शेयर करें #फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे और वीडियो के लिए थैंक यू"

(उर्दू: بھارتی فوج کی پاکستانی حدود میں فائر*نگ سے 1 شہری کے شہید ہونے کے بعد پاکستانی فوج کی جوابی کاروائی، بھار*تی فو*جیوں سے بھری پوری بس اڑا دیا ویڈیو کو #شئیر کریں اور مزید ویڈیوز کے لئے#Follow یا #friend_Request کیجئے۔شکریہ)

इससे यह मालुम चलता है की वीडियो गलवान घाटी का नहीं है जहाँ हाल में झड़प हुई थी | इसके अलावा हमें कमेंट सेक्शन में देखा की कुछ यूज़र इसे मेघालय का बता रहे थे और लिख रहे थे की यह जवान 'शायद सी.आर.पी.ऍफ़ या बी.एस.ऍफ़ के हो सकते हैं' |

इसके बाद हमनें 'मेघालय', 'बी.एस.ऍफ़', और 'गोर्ज' जैसे शब्दों के साथ कीबोर्ड खोज की और कई रिपोर्ट्स पायी जो लोकल न्यूज़ पोर्टल्स पर प्रकाशित हुई थी | इन लेखों में सामान तस्वीरें देखी जा सकती हैं और बताया गया है की घटना 30 अक्टूबर 2019 की सुबह हुई थी |


एक रिपोर्ट के मुताबिक़, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना 30 अक्टूबर 2019 को तेज़ गति में बस के होने की वजह से हुआ था | यह बस मेघालय में पूर्वी जैंतिआ हिल्स जिले के उमटीरा में एक 100 फ़ीट खाई में गिर गयी थी | यह बस बी.एस.ऍफ़ के 20 जवानों को ले जा रही थी | बस को फ़ोर्स ने अधिकृत की हुई थी |

इस बस के को-ड्राइवर ने अपनी जान गवाई | बी.एस.ऍफ़ के जवानों को घटना के बाद नार्थ ईस्ट इंदिरा गाँधी रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ हेल्थ एंड मेडिकल साइंसेज में दाख़िल किया गया था, रिपोर्ट के अनुसार |

बूम ने रिपोर्ट्स और वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट्स की तुलना की और इन्हें एक पाया |


इसके अलावा गलवान घाटी और वायरल क्लिप में दिख रहे भूखंड में बहुत अंतर है |

Related Stories