प्रयागराज महाकुंभ 2025 में फायर सर्विस विभाग की ओर से की गई मॉक ड्रिल का एक वीडियो आग लगने की वास्तविक घटना के दावे से सोशल मीडिया पर वायरल है. यूजर्स इस वीडियो के साथ दावा कर रहे हैं कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में हॉस्पिटल में आग लग गई जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई.
बूम ने पाया कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में हॉस्पिटल में आग लगने और 8 लोगों की मौत होने की खबर पूरी तरह से गलत है. उत्तर प्रदेश फायर सर्विस विभाग ने 27 दिसंबर 2024 को प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में बने एक अस्थायी अस्पताल में एक मॉक ड्रिल की थी. यह वीडियो उसी मॉक ड्रिल के दौरान का है.
एक्स पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'महाकुंभ मेला क्षेत्र हॉस्पिटल में लगी आग से 8 लोग हताहत.'
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी इसी तरह के दावे के साथ यह वीडियो वायरल है.
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल की तो पाया कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश फायर सर्विस द्वारा मेला ग्राउंड में की गई एक मॉक ड्रिल का था. इस वीडियो को नाजनीन अख्तर नाम के एक एक्स यूजर ने गलत दावे से शेयर किया था. हालांकि बाद में इस यूजर ने वीडियो डिलीट कर दिया था.
उत्तर प्रदेश की महाकुंभ मेला पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से इस वीडियो के रिप्लाई में बताया कि यह मॉक ड्रिल का वीडियो है.
उत्तर प्रदेश पुलिस की फैक्ट चेक विंग ने भी मॉक ड्रिल के वीडियो को वास्तविक बताकर अफवाह फैलाने पर एफआईआर दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई करने की बात कही.
उत्तर प्रदेश के फायर एंड इमरजेंसी सर्विस के आधिकारिक एक्स हैंडल से बताया गया कि यह 27 दिसंबर 2024 को की गई एक मॉक ड्रिल का वीडियो है. हैंडल पर 27 दिसंबर 2024 को एक पोस्ट कर यह भी बताया गया था कि पुलिस लाइन महाकुंभ मेला, प्रयागराज के प्रांगण, केंद्रीय चिकित्सा परेड, संगम नोज, नागवासुकी क्षेत्र ,रेलवे स्टेशन प्रयागराज/फाफामऊ में मॉक ड्रिल आयोजित कराई गई थी.
दैनिक भास्कर में 27 दिसंबर 2024 को इस मॉक ड्रिल की खबर प्रकाशित की गई थी. रिपोर्ट के अनुसार, महाकुंभ मेला क्षेत्र में बने 100 बेड के अस्थायी केंद्रीय अस्पताल में यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी.
इसके अलावा हमें प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में आग लगने और किसी के मौत होने की ऐसी कोई विश्वसनीय खबर भी नहीं मिली.