यह तस्वीर हाल में भारत-चीन स्टैंडऑफ में घायल सिपाही की नहीं है
बूम ने पाया की तस्वीर कम से कम चार साल पुरानी है और कई थाई, इन्डोनेशियाई और मलेशियन वेबसाइटों पर उपलब्ध है
कई सालों पुरानी एक असंबंधित तस्वीर जिसमें एक व्यक्ति की बुरी तरह घायल पीठ दिख रही है, फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल हो रही है | दावा है की यह व्यक्ति भारतीय सेना का जवान है जो हाल में हुए भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के चलते घायल हुआ है | आपको बता दें की पूर्वी लदाख की गलवान घाटी में स्थित लाइन ऑफ़ एक्चुअल कण्ट्रोल पर 15 जून को दोनों देशों के बीच झड़प हुई जिसमें भारत के करीब 20 जवान मारे गए |
कहा जा रहा है की चीन की पीपल लिबरेशन आर्मी में भी सैनिकों की मौत हुई है | हालांकि इसपर चीन का कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है |
यह भी पढ़ें: बांग्लादेश के दर्दनाक घटना की तस्वीर को आत्मनिर्भर भारत अभियान से जोड़ किया गया वायरल
यह तस्वीर फ़ेसबुक और ट्विटर पर काफी वायरल है | इसे डॉ आनंद राय ने भी पोस्ट किया और फ़र्ज़ी दावा किया है | आनंद राय वही हैं जिन्होंने मध्य प्रदेश के व्यापन घोटाले का पर्दाफ़ाश किया था |
"यह गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा किए गए हमले में बचा हुआ एक सिपाई है | इसके पूरे शरीर पर कीलों के घाव हैं | यह सभी निहत्थे थे और फ़िर भी चीनी सेना से लड़े |"
तस्वीरें भयानक घाव दिखाती हैं |
यहाँ आर्काइव देखें |
यही तस्वीर हिंदी कैप्शंस के साथ फ़ेसबुक पर भी वायरल है | एक यूज़र ने इस व्यक्ति को 'सुरेंद्र सिंह' नाम से पहचानते हुए लिखा है: "जख्मी हुआ था जवान लड़ाई में...! चीन के हमले में घाायल जवान सुरेंद्र सिंह के हवाले से उनके पिता और पत्नी ने बताया कि हम 300-400 आदमी थे और चीन की तरफ से 2000-2500 लोग थे। अचानक कैसे हम उनके घेरे में अा गए, कुछ पता ही नहीं चला। उन लोगो के पास रॉड , डंडे और पत्थर थे जिनसे उन्होंने हम हमला बोल दिया । जबकि हमारे पास कुछ नहीं था हम बिल्कुल ख़ाली हाथ थे...लेकिन फिर भी हमने हार न मानी, हमने अपने हाथों को फौलाद बनाया और एक एक पर भारी पड़े पर अफसोस कि हमने अपने 20 साथियों को बचा नहीं सके, वो लड़ते लड़ते वीरगति को प्राप्त हो गए...😢😢😢 देश रक्षा में लगे हर जवान को मेरा सलाम..🙋🙋🙋 जय हिंद जय हिंद की सेना"
यह भी पढ़ें: जी नहीं, ये लाशें चीन द्वारा समंदर में नहीं फेंकी गयी हैं
फ़ैक्ट चेक
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया की यह तस्वीर 2016 से इंटरनेट पर मौजूद है | यही तस्वीर कई इन्डोनेशियाई, मलेशियन और थाई वेबसाइटों पर प्रकाशित लेखों में इस्तेमाल की गयी है |
अधिकतर ब्लोग्स जिनमें यह तस्वीर इस्तेमाल की गयी है, वह कठिन आर्मी ट्रेनिंग के बारे में हैं | बूम इस तस्वीर की उत्पत्ति का स्वतंत्रता से सत्यापन नहीं कर सकता पर यह पुष्टि कर सकता है की तस्वीर हाल में हुए भारत-चीन झड़प से नहीं है |
बूम ने पिछले एक हफ़्ते में भारत और चीन से जुड़े कई फ़र्ज़ी दावों को ख़ारिज़ किया है | हमारी ट्विटर थ्रेड नीचे पढ़ें |
#Thread🚨: Post clashes between Indian and Chinese troops in the #GalwanValley in #Ladakh on June 15-16, BOOM has fact-checked several posts which include images, videos, and msgs that included misinformation and had gone viral. See the thread below 👇 #FakeNews #India #China
— BOOM Live (@boomlive_in) June 18, 2020