तस्वीरों का एक सेट इस फ़र्ज़ी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि इसमें दिख रहा व्यक्ति हाथरस गैंगरेप के चार आरोपियों में से एक संदीप का पिता है और उसके बीजेपी नेताओं के क़रीबी होने के कारण पीड़िता का अंतिम संस्कार जल्दबाजी में किया गया ताकि दुबारा से पोस्टमार्टम न हो सके।
बूम ने पाया कि वायरल पोस्ट का दावा फ़र्जी है। तस्वीर में संदीप के पिता नहीं बल्कि काशी प्रांत के बीजेपी युवा मोर्चा उपाध्यक्ष डॉ श्याम प्रकाश द्विवेदी है।
दिल्ली में हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा उबाल पर है। फ़ेसबुक और ट्विटर पर इंटरनेट यूज़र्स आरोपियों की कड़ी सज़ा की मांग कर रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर हाथरस गैंगरेप कांड से जुड़े दावे फ़र्जी तरीक़े से शेयर किये जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट के अनुसार गैंगरेप में शामिल संदीप के पिता बीजेपी नेताओं का क़रीबी है। उसके रसूख़ की वजह से प्रशासन ने पीड़िता का अंतिम संस्कार रात में ही कर दिया, जिससे बलात्कार के आरोपियों को बचाया जा सके। वायरल तस्वीर में एक व्यक्ति को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अलग-अलग तस्वीरों में देखा जा सकता है।
जी नहीं, वायरल हो रही यह तस्वीर हाथरस पीड़िता की नहीं है
तस्वीरों का सेट शेयर करते हुए एक फ़ेसबुक पेज ने लिखा कि "लाल घेरे में सन्दीप ठाकुर के पिता तभी तो रात में पीड़िता का अंतिम संस्कार किया प्रशासन ने ताकि दोबारा से पोस्टमार्टम ना हो और (गुनाहगार) बलात्कारी बरी हो जाय!! हाथरस हत्याकांड में मोदी,भागवत,शाह भी शामिल है!"
पोस्ट का आर्काइव यहां देखें
ट्विटर पर जगदीश अंबेडकर और संदीप के नामक यूज़रों ने तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि "हाथरस की बेटी ### के आरोपी सन्दीप के पिता की कुछ यादगार तस्वीर सबकुछ बयां कर देती है।"
फ़ेसबुक और ट्विटर पर बड़े पैमाने पर वायरल तस्वीरों को उसी दावे के साथ शेयर किया गया है। पोस्ट यहां, यहां और यहां पढ़ें।
ऊंची जाति के चार लोगों ने 19 वर्षीय दलित लड़की का उत्तर प्रदेश के हाथरस में 14 सिंतबर 2020 को कथित बलात्कार कर उससे क्रूरता से मारा । उसने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 29 सिंतबर को आखिरी सांस ली । चार आरोपी, संदीप, उसके अंकल रवि और दोस्त लवकुश और रामू गिरफ्तार किए गए हैं ।
हाथरस पीड़िता के अंतिम संस्कार का लाइव प्रसारण देखते योगी आदित्यनाथ की तस्वीर फ़र्ज़ी है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की सत्यता जांचने के लिए तस्वीरों के सेट में से एक तस्वीर जिसमें कथित संदीप के पिता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ है, को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें तस्वीर के साथ ट्रेंड्समैप पर एक ट्वीट मिला, जिसमें लिखा था "इलाहाबाद में गैंगरेप का आरोपी भाजपा नेता डॉक्टर श्याम प्रकाश द्विवेदी अभी तक फ़रार है ,15 दिन होने को हैं पकड़ा नहीं जा सका, और आप सोच रहे हैं की #हाथरस और #Balrampur में दलित बेटी को इंसाफ़ मिलेगा? सोचिए कि ऐसे मनबढ़ और दुर्दांत बलात्कारियों को ताक़त कहाँ से मिल रही है।"
भाजपा नेता डॉक्टर श्याम प्रकाश को हिंट मानते हुए हमने गूगल सर्च किया तो हमें श्याम प्रकाश के बारे में कई समाचार लेख मिले, जिनमें प्रयागराज (इलाहाबाद) में उनपर अपने साथी के साथ कथित तौर पर एक छात्रा के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा था। (यहां पढ़ें)
बोलता हिंदुस्तान ने 16 सितंबर की रिपोर्ट के कवर में भाजपा नेता श्याम प्रकाश की प्रधानमंत्री के साथ तस्वीर लगाई जो वायरल तस्वीरों के सेट में से एक तस्वीर है।
न्यूज़ 18 में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़ आरोपी बीजेपी नेता डॉ श्याम प्रकाश द्विवेदी की गिनती प्रयागराज के रसूखदार नेताओं में होती है। वर्तमान समय में वह बीजेपी युवा मोर्चा के काशी प्रांत के उपाध्यक्ष है।
ज़ी न्यूज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार, "एक छात्रा के बलात्कार मामले में प्रयागराज पुलिस ने द्विवेदी के ख़िलाफ़ 16 सिंतबर को मामला दर्ज किया । यह मामला कॉलोनेलगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ और बीजेपी नेता श्याम प्रकाश द्विवेदी और डॉ अनिल द्विवेदी के ख़िलाफ़ जांच शुरू है ।" हालांकि द्विवेदी ने सारे आरोप नकार कर इसे एक राजनैतिक साज़िश कहा है ।
हमने श्याम प्रकाश द्विवेदी को फ़ेसबुक पर सर्च किया तो हमें इसी नाम का एक फ़ेसबुक अकाउंट मिला, जिसकी प्रोफ़ाइल और कवर तस्वीर में वही व्यक्ति है जो वायरल तस्वीर में बीजेपी नेताओं के साथ है। फ़ेसबुक अकाउंट खंगालने पर हमें वो सारी तस्वीरें मिलीं जो वायरल पोस्ट में कथित संदीप ठाकुर के पिता के रूप में शेयर की गयी हैं।
नीचे दिख रहीं ये तस्वीरें श्याम प्रकाश ने अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर 6 सितंबर को अपलोड की थी।
बूम स्वतंत्र रूप से फ़ेसबुक पेज का सत्यापन नहीं कर सका, हालांकि यह स्पष्ट है कि तस्वीर श्याम प्रकाश द्विवेदी की हैं, न कि संदीप के पिता की। बूम ने द्विवेदी से स्टेटमेंट के लिए संपर्क किया है, जवाब मिलने पर लेख अपडेट किया जाएगा ।
न्यूज 24 की रिपोर्ट में संदीप के पिता को दिखाया गया है, जिसमें वो कहते हैं कि संदीप निर्दोष है और उसे फंसाया गया है। पिता का कहना है कि संदीप को महिला पर हमले के दो दिन बाद गिरफ़्तार किया गया था। बूम ने स्थानीय समाचार संवाददाताओं से वीडियो की सत्यता की पुष्टि की है। वीडियो में 8.42 सेकंड के टाइमस्टैम्प पर संदीप के पिता को देखा जा सकता है।
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