सोशल मीडिया पर गृहमंत्री अमित शाह की नागा साधुओं के साथ एक फ़ोटोशॉप की हुई तस्वीर वायरल है। तस्वीर में शाह कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस येदियुरप्पा और साधुओं के साथ बैठे हुए हैं। वायरल पोस्ट में कटाक्षपूर्ण दावा किया गया है कि गृहमंत्री कोरोना वैक्सीन के संदर्भ में वैज्ञानिकों के साथ बैठक कर रहे हैं।
बूम ने पाया कि तस्वीर फ़र्जी है और एडिट करके बनाई गयी है। असल तस्वीर अक्टूबर 2017 की है जिसमें येदियुरप्पा अपने घर में कथित नागा साधुओं से मुलाक़ात कर रहे हैं। इसी तस्वीर को एडिट करके इसमें शाह को अलग से जोड़ दिया गया है।
वायरल तस्वीर शेयर करते हुए एक फ़ेसबुक यूज़र ने लिखा कि "कोरोना वायरस की दवा की खोज में हमारे वैज्ञानिकों के साथ गृहमन्त्री विचार विमर्श करते हुवे।"
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वायरल पोस्ट यहां और यहां तथा आर्काइव यहां और यहां देखें |
एक अन्य यूज़र ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा कि "होम मिनिस्टर बुद्धजीवियों से सलाह ले रहे हैं कि कोविड१९ से कैसे लड़ें" |
ट्विटर पर ये पोस्ट अन्य हैंडल्स से भी वायरल है |
फ़ैक्ट चेक
इस वायरल तस्वीर की असल कॉपी खोजने के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। 'अमित शाह, येदियुरप्पा और साधु, येदियुरप्पा और साधुओं की बैठक, कर्नाटक सीएम और साधु ' जैसे कीवर्ड इस्तेमाल करने पर हमें कई परिणाम मिले। हमें 'डेलीहंट' पर पब्लिश हुआ एक लेख मिला। इस लेख में मौजूद फ़ोटो में केवल येदियुरप्पा और नागा साधु ही देखे जा सकते हैं।
इसके अलावा एक कन्नड़ वेबसाइट ईसांझ में भी येदियुरप्पा और साधुओं की मुलाक़ात के संदर्भ में "सीएम बनने का आशीर्वाद देने येदियुरप्पा के घर गए नागदासु की यात्रा " की हैडलाइन के साथ न्यूज़ पब्लिश की गयी है।
डेलीहंट की ख़बर के मुताबिक नागा साधु-संत तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा के बेंगलुरु स्थित निवास स्थान पहुंचे और उन्हें आशीर्वाद दिया। येदियुरप्पा ने अपने निवास पर सभी मेहमानों को सम्मानित किया और नागा साधुओं से सभी की भलाई के लिए प्रार्थना करने को कहा।
इसके अलावा येदियुरप्पा और नागा साधुओं से इसी मुलाक़ात को 'टीवी9 कन्नड़' में 2 अक्तूबर 2017 को प्रसारित समाचार वीडियो में देखा जा सकता है। इसमें साफ़ है कि उस समय अमित शाह वहां मौजूद नहीं थे।
नहीं, तस्वीर में दिख रही महिला भाजपा नेता कपिल मिश्रा की बहन नहीं है
वन इंडिया वेबसाइट में छपे एक लेख में इसी तस्वीर को लगाया गया है।
"कर्नाटक चुनाव पर नागा साधुओं की भविष्यवाणी सच!" के शीर्षक के साथ छपे इस लेख में बताया गया है कि अक्तूबर 2017 में करीब 18 नागा साधु-संत येदियुरप्पा से मिलने उनके निवास स्थान गए थे और आगामी विधानसभा चुनाव में जीत के लिए संतों ने येदियुरप्पा को आशीर्वाद दिया था।
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