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फैक्ट चेक

जी नहीं, मुंबई में 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के नारे नहीं लगाए गए

बूम ने इसी वाकिये का दूसरे कोण से लिया गया एक वीडियो खोज निकाला और पाया की लोग 'साजिद भाई ज़िंदाबाद' कह रहे है ना कि 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद'

By - Swasti Chatterjee | 18 May 2020 10:00 AM GMT

समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थकों द्वारा स्थानीय ज़िला अध्यक्ष साजिद सिद्दीकी के लिए " साजिद भाई ज़िंदाबाद " के नारे लगा मुंबई में प्रोत्साहन बढ़ा रहे इस वीडियो को इस फ़र्ज़ी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है की पाकिस्तान ज़िंदाबाद की नारेबाज़ी हुई | बूम ने एक दूसरे वीडियो का पता लगाया जिससे साबित होता है की वहां 'साजिद भाई' ज़िंदाबाद के नारे लगे थे और ऐसे नारे भी लगे थे जिनमें मुंबई पुलिस और अबू आज़मी, जो सपा के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष है, की प्रशंसा की गयी |

यह वीडियो मई 14 का है जिसमें आज़मी, सपा के अन्य नेता और मुंबई पुलिसकर्मी एक विशेष श्रमिक ट्रेन को छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन से चलने के लिए रवाना कर रहे हैं |

फ़ेसबुक और ट्विटर, दोनों पर वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा है: मुंबई में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे... ठाकरे सरकार में सपा पार्टी के कोटे से मंत्री अब्बू आज़मी के सामने लगते रहे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे |

एक ऐसी ही पोस्ट का आर्काइव यहाँ देखें |

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जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन की घोषणा मार्च 24 को की, कई प्रवासी मज़दूर जो शहरों में काम के लिए आए थे वे यही फ़ंसे रह गए | जहाँ इनमें से कई मज़दूर पैदल चल कर घर पहुंचे वहीं सरकार ने लॉकडाउन के तीसरे चरण में विशेष श्रमिक ट्रेनें प्रवासी कर्मचारियों के घर जाने के लिए शुरू करवाई |

इस वायरल वीडियो को तब रिकॉर्ड किया गया जब ऐसी ही एक विशेष श्रमिक ट्रेन को विदा कराने आज़मी सीएसटी स्टेशन मई 14 को पहुंचे थे | ट्रेन प्रवासियों को लेकर उत्तर प्रदेश रवाना हो रही थी |

यह वीडियो ट्विटर पर इस दावे के साथ वायरल है की आज़मी ने अपने समर्थकों को पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाने से रोका नहीं |

इस ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखें |

बूम को यही वीडियो व्हाट्सप्प हेल्पलाइन नंबर पर भी जांच करने के लिए मिला |


फ़ैक्ट चेक

बूम यह सुनिश्चित करने में सफ़ल रहा की सीएसटी रेलवे स्टेशन पर पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे नहीं लगे थे | हमने वो असली टिकटोक वीडियो भी ढूंढा जिसे जाबिर खान नामक युवक ने मई 15 को अपने टिकटोक अकाउंट @jabirkhan406 पर अपलोड किया था |

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इस वीडियो के आर्काइव को यहाँ देखिये |

इस वीडियो में कोई भी यह सुन सकता है की नारेबाज़ी अबू असीम आज़मी, मुंबई पुलिस, सपा ज़िला अध्यक्ष साजिद सिद्दीकी के नाम की हो रही है | सपा के समर्थकों को "अबू असीम आज़मी ज़िंदाबाद, मुंबई पुलिस ज़िंदाबाद और साजिद भाई ज़िंदाबाद " के नारे लगाते साफ़ सुना जा सकता |

हमें ऐसा और एक वीडियो मिला जहाँ साफ़ तौर पर वे लोग देखें जा सकते है जो पार्टी के नेताओं और मुंबई पुलिस के लिए नारे लगा रहे है | इस वीडियो में लोगों के एक समूह को प्रोत्साहन के लिए कई लोगों के लिए नारेबाज़ी करते देखा जा सकता है जिसमें अबू आज़मी और मुंबई पुलिस का नाम शामिल है | इस वीडियो में चल रही नारेबाज़ी को ध्यान से सुनने पर पता चलता है की लगाए गए नारों में 'साजिद भाई ज़िंदाबाद' कहा गया है ना कि पाकिस्तान ज़िंदाबाद जैसा वायरल पोस्ट्स में दावा किया जा रहा है |

हम इस बात का पता लगाने में भी सफ़ल रहें की वीडियो में नारे लगाने वालों के होंठों का हिलना 'साजिद भाई ज़िंदाबाद' शब्दों से मेल खाता है |

आप इस वीडियो को नीचे देख सकते है |

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बूम ने साजिद सिद्दीकी - जो पार्टी के दक्षिण केन्द्रीय अध्यक्ष है और जिनके लिए नारे लगाए जा रहे थे - से संपर्क किया | सिद्दीकी ने पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारों के दावों को ख़ारिज करते हुए कहा की वहां पर मौजूद सपा के समर्थकों ने पार्टी के नेताओं और टीम के लिए नारे लगाए थे |

सिद्दीकी ने कहा, "हमारे पार्टी के समर्थक उस टीम की प्रशंसा कर रहे थे जिसने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी कर्मचारियों के घर जाने के प्रबंध किए थे | इस वीडियो को मई 14 को सीएसटी स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 18 पर रिकॉर्ड किया गया था |"

पाकिस्तान ज़िंदाबाद के पूरे प्रकरण को बेतुका बताते हुए उन्होंने कहा, " हमारे साथ वहाँ मुंबई पुलिस के कई अफ़सर मौजूद थे और अगर हमनें पाकिस्तान समर्थक नारेबाज़ी की होती तो वे हमें हिरासत में लेते और तुरंत कार्यवाही की जाती |"

वीडियो के कैप्शन में स्थान की भी गलत पहचान की गयी और इसे सीएसटी स्टेशन के बजाये वडाला स्टेशन कहा गया है | सिद्दीकी ने स्पष्ट करते हुए कहा, "लंबी दूरी की पैसेंजर ट्रेन्स वडाला स्टेशन से नहीं चलती है | यह जगह सीएसटी है |"

हमनें आज़मी से भी संपर्क साधा जिन्होंने पाकिस्तान ज़िंदाबाद वाले दावों को फ़र्ज़ी बताया | आज़मी ने फिर ट्वीट कर लोगों को भी फ़ेक न्यूज़ के प्रति सचेत रहने के लिए आग्रह किया |


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