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फ़ैक्ट चेक

क्या अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी ने सी.ए.ए पर की सरकार की आलोचना?

बूम ने पाया कि जंतर मंतर से वायरल हुए वीडियो में दिखाई देने वाली महिला आतिया अल्वी हैं

By - Saket Tiwari | 17 Jan 2020 9:55 AM GMT

नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में दिल्ली में हुई एक रैली में सरकार की आलोचना करती एक महिला का करीब चार मिनट लम्बा वीडियो एक झूठे दावे के साथ वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह महिला दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी है।

वीडियो के साथ हिंदी में कैप्शन दिया गया है, जिसमें लिखा है,"माननीय वाजपयी जी की भतीजी ने आखिरकार तोड़ी चुप्पी | जानिए क्या कहा।"

वीडियो ऐसे समय में आया है जब देश भर में नागरिकता संशोधन अधिनियम और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के ख़िलाफ विरोध चल रहा है।

यह भी पढ़ें: क्या इंदिरा गांधी ने सीताराम येचुरी को माफ़ीनामे के लिए किया था मजबूर?

वीडियो में महिला को हिंदी में ये कहते हुए देखा जा सकता है।

"उन्होंने (अंग्रेजों) ने बहुत बुरा किया, लेकिन कम से कम वे बाहरी थे। सबसे पहले, वे हमारे नहीं थे, वे इस भूमि से नहीं थे। वे दूर से आए थे और ऐसा करने के लिए यहां आए थे। लेकिन फिर भी, उनके और इनके बीच ( भारत सरकार और अंग्रेजों ) अंतर था| वे शिक्षित थे। वे अशिक्षित नहीं थे। कम से कम उन्होंने अंग्रेजों के साथ ऐसा नहीं किया जो सरकार अपने लोगों के साथ कर रही है। यह क्यों नहीं समझ सकते कि यह इंडियन हैं। उन्हें इंडिया के बारे में बात करनी चाहिए। वो कांग्रेस को बोलते हैं, वो दूसरों को बोलते हैं, वो हमें बोलते हैं - आप पाकिस्तान के बारे में चुप क्यों हैं? क्या हम पागल हैं कि हमें पाकिस्तान के बारे में बात करनी चाहिए? क्या पाकिस्तान के बारे में बात करने के लिए आप पर्याप्त नहीं हैं? आप पाकिस्तान के प्रति जुनूनी हैं। आप पाकिस्तान के अलावा कुछ और नहीं सोच सकते। जब भी आप बोलते हैं तो हमेशा पाकिस्तान के बारे में बोलते हैं। भारत की बात कौन करेगा? पाकिस्तानियों ने आपको नहीं चुना, हमने आपको चुना। और हम आपको चुन कर पछता रहे हैं।"

बूम को यह वीडियो अपनी हेल्पलाइन पर भी प्राप्त किया जिसमें इसके पीछे की सच्चाई पूछी गई है।


यह वीडियो फ़ेसबुक पर वायरल है।

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फ़ैक्ट चेक

बूम ने एक रिवर्स इमेज सर्च चलाया और पाया कि वीडियो को लगभग एक हफ़्ते पहले कई यूट्यूब चैनलों द्वारा अपलोड किया गया था। वीडियो पर दिए गए कैप्शन से महिला की पहचान आतिया अल्वी के रूप में हुई।

हमने यह भी देखा कि वीडियो में एचएनपी न्यूज़ के साथ एक माइक मौजूद है और पाया कि और उनके यूट्यूब चैनल पर 3 जनवरी, 2020 को यह वीडियो अपलोड किया गया था।

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इसके अलावा, हमें नाज़िया अलवी रहमान नामक व्यक्ति की एक फ़ेसबुक पोस्ट भी मिली, जिसमें बताया गया था कि वीडियो में दिखाई देने वाली महिला उनकी बहन आतिया अल्वी थी।

नाज़िया अल्वी ने लिखा, "यह बिल्कुल नकली ख़बर फैली हुई है। नीचे दिए गए कैप्शन को पढ़ें। मैं यह चाहती थी कि यह सच हो लेकिन यह नहीं है। वह मेरी बहन हैं। अतिया अल्वी सिद्दीकी हैं।"

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बूम ने फ़ेसबुक के माध्यम से आतिया अल्वी से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि की कि वीडियो में दिखने वाली महिला वही थी। आतिया ने बूम को बताया, "मैं एक विरोध के लिए मंडी हाउस गई थी और यहीं पर इंटरव्यू हुआ।" उसने यह भी कहा कि वह एक कार्यकर्ता के रूप में नहीं बल्कि एक 'ज़िम्मेदार नागरिक' के रुप में यह कहती हैं। उन्होंने आश्चर्यजनक रूप से पूछा की, "मुझे बाजपेयी जी की भतीजी क्यों कहा जा रहा हैं?"

अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी

अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला हैं, जो अतिया अल्वी सिद्दीकी से उम्र में काफी बड़ी हैं एवं उनकी तरह बिलकुल नहीं दिखतीं हैं| करुणा 70 साल की हैं। कांग्रेस ने 2018 में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से विधान सभा चुनाव के लिए शुक्ला को मैदान में उतारा था। करुणा शुक्ला संसद की सदस्य थीं और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य थीं, लेकिन उन्होंने 2014 के बाद भाजपा को छोड़ दिया था। वह राज्य और अन्य मुद्दों पर मुखर रही हैं और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा पर अटल बिहारी वाजपेयी की मृत्यु का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए करने का आरोप लगाया था।



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