मृत बच्चे की एक तस्वीर के साथ कुछ भ्रामक दावें फ़ेसबुक पर पिछले कुछ दिनों से चर्चा में हैं | बूम को इस तस्वीर के साथ दो तरह के दावे मिले | जहां एक में इस बच्चे को काला जादू से जोड़ा गया है, वहीँ दूसरा दावा इसे कोरोनावायरस से जोड़ता है |
बूम ने पता लगाया की ये तस्वीर राजस्थान के कालंद्री में पैदा हुए एक बच्चे की है | मृत बच्चा अनेनसेफ़ैली नामक एक जानलेवा बर्थ-डिफ़ेक्ट के साथ पैदा हुआ था | इस बीमारी के साथ पैदा हुए बच्चो में अक्सर ब्रेन और खोपड़ी के कई हिस्से गायब होते हैं | अनेनसेफ़ैली का कोई इलाज नहीं है | इसके बारे में अधिक जानकारी यहां प्राप्त करें |
वायरल तस्वीर में विकृत बच्चा एक डॉक्टर के हाथ में नज़र आता है | डॉक्टर के इर्द-गिर्द खड़े लोग बच्चे की तस्वीर लेते नज़र आ रहे हैं |
बूम को अपने हेल्पलाइन पर भी तस्वीर प्राप्त हुई |
नोट: तस्वीरें परेशान करने वाली हो सकती हैं
एक अजीबो-गरीब और भ्रामक दावा जो बूम को इसी तस्वीर के साथ फ़ेसबुक पर मिला वो कुछ ऐसा है: आवश्यक सूचना:- अभी अभी जानकारी मिली है कि ग्राम नागेलाव वाया पीसांगन जिला अजमेर में एक बालिका का जन्म हॉस्पिटल में हुआ l बालिका ने जन्म लेते ही बोली कि भारत में जो कोरोना वायरस संक्रमण फैला हुआ है उसके बचाव के लिए भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने दाएं पैर के अंगूठे के नाखून पर हल्दी का लेप (मेहंदी की तरह) लगाना है l इससे कोरोना का संक्रमण समाप्त हो जाएगा सभी नागरिक सकुशल रहेंगे l यह कहकर बालिका की उसी समय मृत्यु हो गई यह देखकर अस्पताल के डॉक्टर भी आश्चर्यचकित हो गए l अतः आपसे निवेदन है कि आप भी तत्काल इस तरह का लेप अपने दाएं पैर के अंगूठे के नाखून पर लगाकर कोरोना वायरस संक्रमण से अपना एवंअपने परिवार का जीवन को बचाएं l यह फेक न्यूज़ नहीं है सत्य घटना है |
वायरल पोस्ट नीचे देखें और आर्काइव्ड वर्शन यहां देखें |
ये तस्वीरें ऐसे समय पर वायरल हो रही हैं जब की जानलेवा कोरोना वायरस भारत में 1,251 लोगों को संक्रमित कर चूका है | अभी तक कोविड - 19 की वजह से 32 लोग जान गवां चुके हैं |
ये भी पढ़ें लॉकडाउन: अप्रैल एक से मध्यप्रदेश के घरों पर ताले लगाए जाने की वायरल ख़बर फ़र्ज़ी है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च की मदद से तस्वीर के बारे में अधिक जानकारी निकालने की कोशिश की मगर इसमें हमें कुछ ख़ास सफ़लता नहीं मिली | इसके बाद हमने कीवर्ड्स 'विचित्र बच्चा पैदा हुआ' की मदद से जानकारी निकालने की कोशिश की | हमें न्यूज़18 पर वर्ष 2016 में पब्लिश एक आर्टिकल मिला जिसमें इस तस्वीर से मिलती जुलती एक तस्वीर थी |
न्यूज़ रिपोर्ट में कहा गया था की तस्वीर जसवंतपुरा, राजस्थान के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ली गयी थी | इसी रिपोर्ट में आगे डॉक्टर एस एस भाटी का नाम भी था जिनकी उपस्तिथि में ये बच्चा पैदा हुआ था |
बूम ने राजस्स्थान सरकार के हेल्थ डिपार्टमेंट के पोर्टल से डॉक्टर भाटी का नंबर ढूंढ निकाला | डॉक्टर सुमेर सिंह भाटी फ़िलहाल सामुदायिक स्वास्थय केंद्र, कालंद्री, राजस्थान में वरिष्ठ मेडिकल ऑफ़िसर के तौर पर तैनात हैं |
डॉक्टर ने हमें बताया की तस्वीर में वो ही बच्चे को अपने हाथ में लिए नज़र आ रहे हैं | "बच्चा मृत पैदा हुआ था | डिलीवरी मार्च 19, 2020 को कालंद्री सी.एच.सी में हुई थी," डॉक्टर भाटी ने बूम को बताया |
ये भी पढ़ें नहीं, ये तस्वीरें और वीडियो कोविड-19 वैक्सिन की नहीं हैं
जब हमने उन्हें बच्चे से जुड़े काला जादू और कोरोना वायरस के दावों के बारे में बताया तो डॉक्टर भाटी ने कहा, "निकम्मे हो गए हैं लोग कोरोना की वजह से |" उन्होंने इन दावों को कोरी बकवास बताया |
डॉक्टर भाटी ने हमें बताया की बच्चा अनेनसेफ़ैली नामक जानलेवा बर्थ-डिफ़ेक्ट के साथ पैदा हुआ था | इस बीमारी के साथ पैदा हुए बच्चो में अक्सर दिमाग और खोपड़ी के कई हिस्से गायब होते हैं | डॉक्टर भाटी अनेनसेफ़ैली केस वाली कई डिलीवरी करवा चुके हैं |
इस सिलसिले में डॉक्टर भाटी का नाम लिम्का बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में भी दर्ज़ है |