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फैक्ट चेक

झूठ: चीनी ख़ुफ़िया अधिकारी ने खुलासा किया है कि कोरोनावायरस जैविक हथियार है

कहानी की उत्पत्ति एक रेड्डिट फोरम से हुई जिसे आर/नोस्लीप कहा जाता है जहां डरावनी किस्से और कहानियां शेयर की जाती हैं।

By - Archis Chowdhury | 16 March 2020 5:05 PM IST

सोशल मीडिया पर एक ब्लॉगस्पॉट तेजी से फैल रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि नोवल कोरोनावायरस दरअसल एक जैविक हथियार है यानी कि बायोवेपन है।

बूम ने एक लेख पाया जिसके शिर्षक में कहा गया है कि चीनी ख़ुफ़िया अधिकारी ने चीन के फ़र्ज़ी कोरोनावायरस संकट के सच का खुलासा किया है। दरअसल यह लेख काल्पनिक है और आर/नोस्लीप नाम के रेड्डिट फ़ोरम पर पाया जा सकता है। यूज़र काल्पनिक डरावनी कहानियों को शेयर करते हैं जो अक्सर वास्तविक घटनाओं से प्रेरित होती हैं।

बूम ने अपने व्हाट्सएप्प हेल्पलाइन नंबर पर लेख प्राप्त किया, जिसमें यूज़रों ने इसकी सत्यता पूछी। लेख के अर्काइव के लिए यहां क्लिक करें।

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इस लिंक से हम युएफओ स्पॉटलाइट नामक एक कांस्पीरेसी थ्योरी ब्लॉग पर प्रकाशित एक लेख तक पहुंचे। ऐसा प्रतीत होता है कि लेख एक चीनी ख़ुफ़िया अधिकारी द्वारा लिखी गई है जो वर्तमान कोरोनावायरस की वास्तविक उत्पत्ति को प्रकट करने का दावा करता है। वर्डप्रेस के लेख के अनुसार, नोवेल कोरोनावायरस एक वायरस नहीं है, बल्कि एक जैविक हथियार है जो तब लीक हुआ था जब एक चीनी "गद्दार" ने इसे संयुक्त राज्य अमेरिका में बेचने की कोशिश की थी।

लेख में बताया गया है कि कैसे एक चीनी शोधकर्ता द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका को एक खतरनाक बायोवेपन बेचने की एक विस्तृत योजना ग़लत हो गई। बायोवेपन को शुरू में हांगकांग के विरोध प्रदर्शनों को हटाने के इरादे से बनाया गया था। लेख में आगे बताया गया है कि बायो एजेंट ग़लती से वुहान जंगली पशु बाजार के पास लीक हो गया, क्योंकि चीनी अधिकारियों ने कथित रूप से इस सौदे को रोकने की कोशिश की थी।

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फ़ैक्टचेक

बूम ने पाया कि कहानी का वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है, और इसकी उत्पत्ति आर/ नोस्लीप नाम के एक रेड्डिट फ़ोरम से हुई जहां लोग अक्सर वास्तविक घटनाओं के आधार पर काल्पनिक डरावनी कहानियों को शेयर करते है। वुहानवायरसथ्रोअवे नाम के यूज़र ने रेडिट फोरम में काल्पनिक कहानी प्रकाशित की है। फ़ोरम आर/नोस्लीप यूज़रों के लिए दिशा-निर्देश पेश करता है, जिनमें कहा गया था कि इसमें लिखे गए प्लॉट, काल्पनिक हैं और इनमें कोई वास्तविक जानकारी नहीं है।

फोरम के दिशानिर्देश नीचे सूचीबद्ध हैं।

  • • पाठकों को ऐसे दिखाना है जैसे कि सब कुछ सच है और टिप्पणियों में इसी तरह से व्यवहार करें।
  • • कोई बहस, अविश्वास, या आलोचना (रचनात्मक या अन्यथा) नहीं।
  • • प्रूफ, सारांश के लिए ना पूछें।
  • • एक-दूसरे के प्रति सम्मान रखें।
  • • टिप्पणियों से चर्चा में योगदान दें।

उन सभी टिप्पणियों की रिपोर्ट करें जो इन नियमों का उल्लंघन करती हैं।

नीचे उसी का स्क्रीनशॉट दिया गया है।


इसके अलावा, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू) अनुभाग में यह भी कहा गया है कि फोरम में सूचीबद्ध कहानियों को सच नहीं माना जाना चाहिए। एफएक्यू के एक अंश में लिखा गया है, "क्या यहां की कहानियां सच हैं? शायद नहीं - लेकिन जब आप / आर / नोस्लीप में होते हैं, तो सब कुछ सच होता है। नोस्लीप के बाहर, कहानी सच हो सकती है या काल्पनिक हो सकती है। महत्वपूर्ण बात यह है कि जब आप यहाँ हैं, तो सब कुछ ऐसा समझे कि जैसे यह घटनाओं का एक सच्चा वर्णन है। "

R / NoSleep पर वास्तविकता को बढ़ा-चढ़ा कर बताई गई कहानियां हैं ताकि यह विश्वसनीय लगें लेकिन कहानियां काल्पनिक हैं। इसलिए यदि वे गलत तरीके से समझाए जाते हैं तो ऐसी कहानियां अक्सर वास्तविक रूप से वायरल हो सकती हैं।

इसका फ़ैक्टचेक पहले स्नोप्स ने किया था।

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