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दिल्ली दंगे: मोहम्मद शाहरुख़ की पहचान को कैसे फ़र्ज़ी सूचनाओं ने धुंधला किया

दिल्ली में हुए दंगों के दौरान अपर्याप्त रिपोर्टिंग के कारण असल जानकारियां लोगों तक नहीं पहुंच पाईं| इसके अलावा शाहरुख़ के बारे में पुलिस से मिली कम जानकारी के कारण भी सोशल मीडिया पर ग़लत जानकारियों की बाढ़ सी आ गई है।

By - Swasti Chatterjee | 29 Feb 2020 9:25 PM IST

दिल्ली दंगे: मोहम्मद शाहरुख़ की पहचान को कैसे फ़र्ज़ी सूचनाओं ने धुंधला किया

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में प्रभावित छेत्रों में शामिल ज़ाफराबाद में एक पुलिसकर्मी पर बंदूक तानने वाला और कई राउंड हवा में गोलियां चलाने वाला शख़्स, शाहरुख़ फ़रार है। हालांकि, पहले ख़बरें आई थीं कि उसे गिरफ़्तार कर लिया गया है।

दिल्ली में हुए दंगों के दौरान अपर्याप्त रिपोर्टिंग के कारण असल जानकारियां लोगों तक नहीं पहुंच पाई हैं और इसी दौरान शाहरुख़ के बारे में पुलिस से मिली कम जानकारी भी एक कारण है जिससे सोशल मीडिया ग़लत जानकारियों से भर गया।

27 फ़रवरी, 2020 को वायर एजेंसी एशियन न्यूज़ इंटरनेशनल (एएनआई) ने बताया कि शाहरुख़ अभी भी फ़रार है। हालांकि, इससे दो दिन पहले की रिपोर्ट में बताया गया था कि पुलिसकर्मी पर बंदूक तानने वाले शख़्स, जिसकी तस्वीर कैमरे में क़ैद की गई थी, उसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया गया है।

नीचे 25 फ़रवरी, 2020 को एएनआई का ट्वीट है।

बूम ने दिल्ली पुलिस के पीआरओ असिसटेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस, अनिल मित्तल से संपर्क किया, जिन्होंने बताया की कि शाहरुख़ को गिरफ़्तार नहीं किया गया था और साथ ही शूटर की पहचान मोहम्मद शाहरुख ही होने की पुष्टि भी की।

कौन है मोहम्मद शाहरुख़?

मोहम्मद शाहरुख़ को कैमरे में उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के दंगाई इलाकों में से एक, जाफ़रावाद के मौजपुर क्षेत्र में 24 फ़रवरी, 2020 को बंदूक के साथ एक पुलिसकर्मी को धमकाते हुए क़ैद किया गया था। उसने कई राउंड की शूटिंग की और एक पुलिसकर्मी के चेहरे पर बंदूक तान दी। फ़ोटो जर्नलिस्ट्स द्वारा ली गई एक तस्वीर फौरन ही मीडिया में फैल गया।

इसके तुरंत बाद, वायरल पोस्ट्स ने यह दावा करना शुरू कर दिया कि शाहरुख़ ( जिसकी पहचान उस समय नहीं हुई थी ), नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का समर्थन कर रही भीड़ का हिस्सा था, जो उस क्षेत्र में तबाही मचा रहे थे। ऑल्ट न्यूज़ ने एक फ़ैक्टचेक में उस दावे को ख़ारिज कर दिया जिसमें शूटर को सीएए समर्थक पक्ष से जोड़ा गया था।

झूठा दावा 1: बंदूकधारी भाजपा नेता कपिल मिश्रा का सहयोगी है


फ़र्ज़ी पोस्ट की एक अन्य श्रृंखला ने मोहम्मद शाहरुख़ की पहचान दिल्ली भाजपा नेता कपिल मिश्रा के सहयोगी के रूप में की। मौजपुर में कपिल मिश्रा के भड़काऊ भाषण की तस्वीरें वायरल करते हुए यह दावा किया गया कि तस्वीर में मिश्रा के पीछे खड़े समर्थकों में से एक वही बंदूकधारी है। बूम ने फ़ैक्ट चेक में वायरल तस्वीर के साथ फ़र्ज़ी दावों को ख़ारिज किया था। बूम ने तस्वीर में कपिल मिश्रा के साथ खड़े समर्थक की पहचान रोहित राजपूत के रुप में की थी। हमने राजपूत के फेसबुक अकाउंट में मौजूद तस्वीरों का भी विश्लेषण किया जिससे साबित हुआ कि दोनों व्यक्ति एक नहीं हैं।

झूठा दावा 2: बंदूकधारी एक मॉडल और अभिनेता अनुराग मिश्रा है


वायरल पोस्ट के एक अन्य सेट में, मोहम्मद शाहरुख़ की ग़लत पहचान करते हुए उन्हें, मुंबई स्थित मॉडल और अभिनेता, अनुराग मिश्रा बताया गया। कई पोस्टों ने मिश्रा के फेसबुक प्रोफाइल लिंक और मिश्रा की तस्वीरों के साथ कहानी का समर्थन किया जहां उन्हें दाढ़ी के साथ देखा जा सकता है। बूम ने इस फ़र्ज़ी दावे को भी ख़ारिज किया था।

बूम 26 फ़रवरी, 2020 को अभिनेता मिश्रा से संपर्क किया। मिश्रा नकली पोस्टों से अनजान थे और बूम द्वारा जानकारी दिए जाने के बाद उन्होंने फेसबुक पर एक लाइव वीडियो रिकॉर्ड किया और झूठे दावे करने वालों के ख़िलाफ कार्यवाही करने की धमकी दी। मिश्रा ने बूम को बताया कि वह 18 फ़रवरी, 2020 से एक फिल्म समारोह के लिए यूपी में थे।

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रवीश कुमार ने भी बंदूकधारी की अनुराग मिश्रा के रुप में ग़लत पहचान की?

27 फ़रवरी को एनडीटीवी के पत्रकार रवीश कुमार का एक कटा-छँटा वीडियो वायरल हुआ, जहां वह सोशल मीडिया में किए गए झूठे दावों के आधार पर शाहरुख़ को अनुराग मिश्रा के रूप में पहचानते हुए दिखाई देते हैं। नेटिज़ेंस ने कुमार पर अफ़वाहों को हवा देने और तमाम फ़ैक्टचेक के बावजूद शूटर की मिश्रा के रूप में ग़लत पहचान करने का आरोप लगाया।

बूम ने रवीश कुमार से संपर्क किया, जिन्होंने कहा कि वह शूटर की पहचान स्पष्ट करने के लिए पुलिस से जानकारी प्राप्त करने का कोशिश कर रहे थे।

"मंगलवार से ही कई मैसेज आने लगे की शाहरुख अनुराग मिश्रा है। सोशल मीडिया पोस्ट के स्क्रीनशॉट भी थे। मैंने उनमें से कई को यह कहते हुए जवाब दिया कि वह शाहरुख हैं, लेकिन जब मैंने देखा कि यह वायरल है तो पुलिस से से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की ताकि शाहरुख उर्फ अनुराग के अफवाह का अंत हो।"

"मंगलवार से बहुत सारे मैसेज आने लगे कि शाहरूख अनुराग मिश्रा है। सोशल मीडिया के पोस्ट के स्क्रीन शाट्स थे।मैंने कई लोगों को व्यक्तिगत रूप से जवाब दिया कि ये शाहरूख है लेकिन जब देखा कि वायरल होता ही जा रहा है तो फिर पुलिस से एक बार सवाल किया। ताकि लोगों को भरोसा हो जाए और ये शाहरूख बनाम अनुराग की अफ़वाहबाज़ी बंद हो। अपने शो में मैंने कहा कि " पुलिस साफ कहती है शाहरुख है लेकिन सोशल मीडिया पर देखिए अनुराग बताया जा रहा है ।अभी भी जरूरत है कि पुलिस इसकी पहचान को लेकर दोबारा बोले।"

"आप देखेंगे कि मैंने अपने कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस के डी सी पी की बाइट लगाई है जो कह रहे हैं कि नाम शाहरूख है और गिरफ्तार नहीं हुआ है। मैंने शाहरूख को अनुराग बताने वाली तस्वीरें जानबूझ कर नहीं दिखाई। मुझे अनुराग मिश्रा बताना होता तो डी सी पी की ये बाइट क्यों लगाता?"

- रवीश कुमार, मैनेजिंग एडिटर, एनडीटीवी इंडिया

नीचे कुमार के प्राइम टाइम शो का पूरा वीडियो है।

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झूठा दावा 3: शाहरुख़ का जन्म यूपी के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था

पूबेर कालोम नाम के एक बंगाली अख़बार से क्लिपिंग भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें शाहरुख़ की ग़लत पहचान करते हुए कहा गया है वह शख़्स चंद्रल शुक्ला है। इस लेख के हेडलाइन में कहा गया है, "दिल्ली में शूटिंग के बाद पकड़े गए व्यक्ति का असली नाम चंद्रल शुक्ला।" (बंगाली में मूल टेक्स्ट: দিল্লিতে গুলি চালিয়ে ধৃত শাহরুখের আসল নাম চন্দ্রাল শুক্লা)

इसमें भ्रामक रूप से बताया गया कि शूटर उत्तर प्रदेश का एक हिंदू ब्राह्मण है और उसका असली नाम शाहरुख चंद्रल शुक्ला है।


शाहरुख के फ़रार होने की रिपोर्ट देते हुए सांगबद प्रतिदिन के एक लेख में इसी कहानी को बताया गया था। लेख के एक अंश में लिखा है, "पहले उन्हें मोहम्मद शाहरुख़ के रूप में पहचाना गया था। बाद में, कई स्रोतों ने पुष्टि की कि दिल्ली शाहदरा क्षेत्र के निवासी का असली नाम शाहरुख़ चंद्रल शुक्ला उर्फ़ शाहरुख़ है। हालांकि, उनकी पहचान के बारे में अभी भी कुछ भ्रम है।"

(बंगला में मूल टेक्स्ट :প্রথমে জানা যায়, তার নাম মহম্মদ শাহরুখ । পরে বিভিন্ন সূত্র মারফত জানা যায়, দিল্লির সাহাদরা অঞ্চলের বাসিন্দা শাহরুখের আসল নাম শাহরুখ চন্দ্রাল শুক্লা। ডাক নাম শাহরুখ। তবে তার পরিচয় নিয়ে এখনও ধন্দ রয়েছে।)

सोशल मीडिया प्रोफाइल पहचान की पुष्टि करता है

बूम को दिल्ली पुलिस द्वारा पुष्टि किए जाने के अलावा हमें एक ट्वीटर यूज़र भी मिला जिसने पुष्टि की कि बंदूकधारी वास्तव में मोहम्मद शाहरुख़ था।

यूज़र ने व्हाट्सएप्प चैट के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए जिसमें शाहरुख़ का इंस्टाग्राम अकाउंट लिंक था।


हमने उसका प्रोफ़ाइल देखा और यह पता लगाने में सक्षम थे कि शूटर और मोहम्मद शाहरुख़ एक ही है।

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