कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को अपने ट्वीट में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए बांग्लादेश के एक बाल मजदूर की 12 साल पुरानी एक तस्वीर शेयर किया। कांग्रेस ने ट्वीट में कोविड (COVID-19) की स्थिति से निपटने और विशेष रूप से अर्थव्यवस्था, ख़ासकर बच्चों पर इसके प्रभाव के बारे में बात की।
तस्वीर में एक छोटा बच्चा धूल में ढंका दिख रहा है, उसने हाथ में एक बर्तन लिया हुआ है जिसपर कुछ पत्थर हैं। इसके अलावा एक अन्य बच्चे को भी आंशिक रूप से बैकग्राउंड में देखा जा सकता है।
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कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल ने इसे एक कैप्शन के साथ ट्वीट किया, जिसका अनुवाद है, "कोरोना संकट और भाजपा संकट का देश की अर्थव्यवस्था और लोगों पर प्रभाव पड़ा है। कोरोना के कारण सात करोड़ बच्चों को ग़रीबी का सामना करना पड़ा है। मोदी सरकार को चाहिए देश को ग़रीबी से निकालने के लिए त्वरित कदम उठाएं।"
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
फ़ेसबुक पर वायरल
उसी तस्वीर को फ़ेसबुक पर कांग्रेस के कई राज्यों के सत्यापित पेज से भी शेयर किया गया।
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो पाया कि यह तस्वीर बांग्लादेश से संबंधित है और 2008 की है।
हमें फ़ोटो एजेंसी पैनोस पिक्चर्स की वेबसाइट पर यही तस्वीर मिली, हमने पाया कि यह 2008 में बांग्लादेश में ली गयी थी और भारत से संबंधित नहीं है।
वेबसाइट पर कैप्शन के अनुसार,तस्वीर में बांग्लादेश के फ़तुल्लाह में एक ईंट फ़ैक्ट्री में काम करने वाले बच्चों को दिखाया गया है, जिसे फ़ोटो जर्नलिस्ट जी.एम.बी.आकाश ने जनवरी 2008 में खींची थी।
तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, "फ़तुल्लाह की एक ईंट फ़ैक्ट्री में बच्चे। प्रत्येक एक हजार ईंटों को रखने के लिए, वे 0.9 USD कमाते हैं। 5-15 वर्ष की उम्र के बच्चों में 17.5 प्रतिशत आर्थिक गतिविधियों में लगे हुए हैं। बाल मजदूर औसतन प्रति माह 400 से 700 टका (1 USD = 70 टका) कमाता है, जबकि एक वयस्क मजदूर प्रति माह 5,000 टका कमाता है।"
इस तस्वीर में वही बच्चा देख सकता है जो वायरल तस्वीर में है।
पैनोस वेबसाइट में तस्वीर देखने के लिए यहां क्लिक करें।
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