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फ़ैक्ट चेक

आजतक और इंडिया.कॉम ने 'फ़र्ज़ी' ट्वीट्स को सुशांत सिंह राजपूत के आखिरी ट्वीट्स बताए

बूम ने पाया की आजतक द्वारा चलाए गए ट्वीट्स में कई विसंगतियां और गलतियां थीं जिससे मालुम होता है की वह फ़र्ज़ी हैं

By - Anmol Alphonso | 17 Jun 2020 2:18 PM GMT

वायरल हो रहे वह ट्वीट्स जिसमें सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी मानसिक स्थिति के बारे में हिंट देते हुए 'सब कुछ ख़त्म' करने की बात कही है, फ़र्ज़ी हैं | इन फ़र्ज़ी ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट्स वायरल हैं |

बूम ने ट्विटर में एक सोर्स से पता लगाया की वायरल हो रहे ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट फ़र्ज़ी हैं | यह तस्वीरें व्हाट्सएप्प पर जोरशोर से वायरल हैं और कई न्यूज़ आउटलेट्स ने भी इन्हें राजपूत के 'अंतिम समय के ट्वीट' बताते हुए प्रकशित किया है |

मीडिया संस्थानों में आजतक, इंडिया.कॉम और न्यूज़ ट्रैक लाइव हैं जिन्होंने इन ट्वीट्स को वास्तविक बताते हुए सुशांत सिंह राजपूत के आखिरी ट्वीट्स बताए हैं | सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को बांद्रा स्थित अपने घर में मृत पाए गए थे | मुम्बई पुलिस ने प्राइमा फेसि जांच में इसे ख़ुदकुशी बताया है |

आजतक की गलत रिपोर्ट ने अनुसार यह फ़र्ज़ी ट्वीट दरअसल राजपूत द्वारा किये गए तीन ट्वीट हैं जिसे सुशांत ने 14 जून को डिलीट कर दिया था | हालांकि बाद में आजतक ने ट्वीट और आर्टिकल दोनों हटा दिए |

न्यूज़ वेबसाइट इंडिया.कॉम ने पहले इन ट्वीट्स को वास्तविक बताते हुए प्रकाशित किया पर बाद में लेख को फ़ैक्ट चेक में परिवर्तित कर दिया | इंडिया.कॉम ने यह नहीं बताया की पहले उन्होंने ट्वीट्स को वास्तविक बताया था |

यह वायरल फ़र्ज़ी स्क्रीनशॉट दावा करते हैं की सुशांत ने अपनी मानसिक स्थिति के नज़रअंदाज़ होने और कठिन समय में संघर्ष करने की बातें लिखी | इसके मुताबिक़ सुशांत ने 'सब कुछ ख़त्म करने' और इन ट्वीट्स को कुछ देर में डिलीट कर देने के बारे में भी लिखा था |

'आई विल बी डिलीटिंग दीज़ ट्वीट्स इन अ वाइल...' को न्यूज़ चैनलों ने इस बात की पुष्टि करने के लिए इस्तेमाल किया की अब यह ट्वीट सुशांत के ट्विटर हैंडल पर नहीं हैं | 


इस लेख का आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देखें | न्यूज़ ट्रैक लाइव ने इन ट्वीट्स को मौत का 'वास्तविक' कारण बताते हुए रिपोर्ट किया |


आर्काइव वर्शन यहाँ देखा जा सकता है |


आर्काइव यहाँ देखें |

सोशल मीडिया पर वायरल

यह स्क्रीनशॉट ट्विटर और व्हाट्सएप्प पर काफ़ी वायरल हैं |


आर्काइव यहाँ देखें |

यही तस्वीरें व्हाट्सएप्प पर भी वायरल हैं और बूम को अपनी हेल्पलाइन पर भी प्राप्त हुई हैं |


फ़ैक्ट चेक

बूम ने वायरल स्क्रीनशॉट्स की जांच की और पाया की एक्टर ने इन्हें ट्वीट नहीं किया था और यह फ़र्ज़ी हैं | इन वायरल ट्वीट्स में कई विसंगतियां थीं जिससे यह पता चलता है की यह वास्तविक ट्वीट नहीं बल्क़ि एडिट किए गए हैं |

बूम ने ट्विटर सोशल मीडिया में मौजूद एक सोर्स से संपर्क किया जिन्होंने इस बात की पुष्टि की कि वायरल ट्वीट्स फ़र्ज़ी हैं | सुशांत के ट्विटर टाइमलाइन के मुताबिक़ उन्होंने आखिरी ट्वीट 27 दिसंबर 2019 को किया था और उसके बाद हाल में कोई ट्वीट नहीं हैं |


वेबैक मशीन - एक डिजिटल आर्काइविंग टूल - के इस्तेमाल से हमें मिला की सुशांत कि ट्विटर टाइमलाइन 14 जून 2020 को तीन बार आर्काइव कि गयी थी | फिर भी इनमें से कोई भी स्क्रीनग्रैब वायरल हो रहे फ़र्ज़ी ट्वीट्स से मिलता जुलता नहीं है | न ही वायरल ट्वीट्स पर लिखे सन्देश से कुछ मिलता है |

इसके बाद हमनें ट्विटर एडवांस सर्च भी किया और सुशांत के ट्विटर हैंडल @itsSSR के माध्यम से वायरल ट्वीट में दिखाए गए वक़्त - 5.43 am, जून 14, 2020 - पर कोई रिप्लाई ढूंढने की कोशिश की, हम असफ़ल रहे |

यह भी पढ़ें: क्या कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (एम) ने भारतीय सेना के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया?

हमनें जून 14 से जून 15 के बीच में कोई रिप्लाई या ट्वीट किसी डिलीट किए गए ट्वीट पर नहीं मिला और हैंडल का नाम सबसे पहले 14 जून को 8.38 am उल्लेखित हुआ है | इसके बाद हमनें स्क्रीनशॉट को जांचा और इसमें कई गलतियां और विसंगतियां पायी | टेक्स्ट, फ़ॉर्मेट और एलाइनमेंट में कई खामियां थी | इससे यह मालुम होता है की यह ट्वीट्स ट्विटर द्वारा बनाये गए  फ़ॉर्मेट के नहीं हैं | यह फ़र्ज़ी हैं |

व्यू ट्वीट एक्टिविटी को देखा जा सकता है

वायरल स्क्रीनशॉट को देखने पर मालुम चलता है की 'व्यू ट्वीट एक्टिविटी' ऑप्शन दिखाई देर रहा है | यह केवल ट्वीट हैंडल के यूज़र को दिखाई देता है न की सभी यूज़र्स को | इसका मतलब यह है की यदि यह ट्वीट सुशांत के हैं तो यह केवल सुशांत को दिखाई दे रहा होगा | कोई अन्य यूज़र इसे नहीं देख सकता |


टेक्स्ट में विसंगतियां

तीनों वायरल स्क्रीनशॉट में ट्वीट का टाइम 'am' में दिखाया गया है | ट्विटर वास्तविक तौर पर टाइम 'AM' में दिखाता है | अक्षर कैपिटल होते हैं | नीचे देखें |


इसके अलावा प्रोफ़ाइल पिक्चर और टेक्स्ट का एलाइनमेंट, ट्विटर के वास्तविक फ़ॉर्मेट से अलग है | नीचे हमनें बायीं और जा रहे वायरल ट्वीट के फ़ॉर्मेट की तुलना ट्विटर के वास्तविक फ़ॉर्मेट से की है | एक सीधी लाइन में दिख रही दूरियाँ ट्वीट का फ़र्ज़ी होना सुनिश्चित करती हैं |


वायरल ट्वीट्स में लाइक्स और रीट्वीट्स नहीं हैं जो फ़ोटो से काट दिए गए हैं |

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