दो तस्वीरों का एक सेट वायरल हो रहा है जिसमें से एक में बर्फ़ पर किडनी रखी हुई है, वहीं दूसरी तस्वीर में पुलिसकर्मी डॉक्टर पर चिल्लाता नज़र आता है । यह सेट फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल है कि मुज़फ्फरनगर में किसी डॉ गर्ग को कोरोना वायरस मरीज़ की किडनी चुराते पकड़ा गया है ।
यह दावे ट्विटर और फ़ेसबुक पर जोरों से वायरल हो रहे हैं । बूम ने पड़ताल में पाया जी हालांकि कथित तौर पर यह मामला मुज़फ्फरनगर के गर्ग हॉस्पिटल में ही सामने आया था, पर यह दो साल पुराना है जो नोवेल कोरोना वायरस महामारी के शुरू होने से करीब डेढ़ साल पुरानी घटना है ।
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तस्वीरों के इस सेट के साथ वायरल कैप्शन कुछ यूं है 'उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर मे गर्ग हास्पीटल का एक डाक्टर कोरोना मरीज से गुर्दे निकाल कर बेचने का प्रयास करता पकड़ा गया। मानवता खत्म हो गयी है डॉ के पेशे को कलंकित कर दिया '।
नीचे ऐसी ही कुछ पोस्ट्स देखें और इनके अर्काइव्ड वर्शन यहाँ और यहाँ मौजूद हैं ।
यहाँ और फ़ेसबुक पोस्ट्स देखी जा सकती हैं जो यही फ़र्ज़ी दावा करती हैं । ट्विटर पर भी यही सेट फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल है ।
मोदीजी @narendramodi
— हसमुख पटेल🙏देशहित प्रथम🙏 (@hasmukh__patel_) July 30, 2020
कोरोना काल मे डॉक्टर को महान योद्धाओ के रूप मे बोल रहे थे,किन्तु
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर मे गर्ग हास्पीटल का एक डाक्टर
कोरोना मरीज से गुर्दे निकाल कर बेचने का प्रयास करता पकड़ा गया। #मानवता खत्म हो गयी है डॉ के पेशे को कलंकित कर दिया ।@myogiadityanath pic.twitter.com/QcvNFxNuaM
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च किया और यह रिपोर्ट पाई जो एक हिंदी ब्लॉग पर प्रकाशित थी । यह 22 जून 2018 को प्रकाशित हुई थी ।
इसके बाद हमनें कीवर्ड्स सर्च की और 23 जून 2018 को प्रकाशित हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट मिली । इस रिपोर्ट के अनुसार, "पुलिस ने कहा कि इमरान, जो 60 वर्षीय मरीज़ इक़बाल का बेटा था, ने मंडी इलाके में स्थित गर्ग हॉस्पिटल के डॉ विभु गर्ग पर आरोप लगाया कि उन्होंने ऑपेरशन के पहले किडनी निकालने की संभावना नहीं जताई थीं ।"
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"ऑपेरशन के बाद मरीज़ के परिवाजनों ने हॉस्पिटल में हंगामा कर दिया । बाद में इक़बाल की पत्नी उम्मेद जहाँ द्वारा लिखित शिकायत दर्ज करने पर डॉ गर्ग के ख़िलाफ भरतीय दंड संहिता के अंतर्गत सेक्शन 338 के तहत मामला दर्ज किया गया और पुलिस पड़ताल शुरू की गई, पुलिस ने कहा," जैसा कि हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट कहती है ।
एन.डी.टी.वी की एक रिपोर्ट के अनुसार, "60 वर्षीय मरीज़ इकबाल के परिवाजनों द्वारा दर्ज कराई गई एक शिकायत के अनुसार, पीड़ित को कल गुर्दे की पथरी निकालने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन डॉ विभु गर्ग ने पथरी निकालने के लिए सर्जरी के दौरान कथित तौर पर उनकी किडनी चुरा ली ।"
रिपोर्ट आगे कहती है, "परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि उन्होंने बर्फ की थैली में छिपी "चोरी हुई" किडनी भी ढूंढ ली है।"
हालांकि डॉ विभु गर्ग ने पत्रकारों से बात करते हुए सारे आरोपों को ख़ारिज किया था और कहा था कि किडनी निकालना मरीज़ की जान बचाने के लिए जरूरी था और यह परिवार वालों की सहमति से हुआ था ।
कोरोनावायरस महामारी से शुरू होने से बाद से ही बूम वायरस और बीमारी के आसपास फ़ैल रही कई फ़र्ज़ी ख़बरों को ख़ारिज करता रहा है । इसमें अंग तस्करी से जुड़ी फ़र्ज़ी खबरें भी शामिल हैं ।
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