दिल्ली में पुरुषों के एक समूह द्वारा दो ट्रैफिक पुलिस की पिटाई का एक परेशान करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर एक भ्रामक सांप्रदायिक कहानी के साथ फिर से फैलाया जा रहा है।
वीडियो में सिर पर टोपी पहने हुए लोगों को अपशब्द कहते और दो पुलिसकर्मियों को लात से मारते हुए दिखाया गया है। बूम ने पाया कि यह घटना 2015 में दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में घटी थी। पुलिसकर्मियों को तब पीटा गया था| उनके द्वारा यातायात नियमों को तोड़ने पर पुलिस ने वाहन पर जुर्माना लगाया था।
वीडियो को हाल की घटना बता कर शेयर किया जा रहा है| देश भर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध के मद्देनज़र मुसलमानों पर कानून और व्यवस्था को अपने हाथों में लेने का आरोप लगाया जा रहा है।
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वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन में लिखा गया है, 'पुलिस द्वारा चालान काटने पर मुसलमानो ने उनकी पिटाई की। जो कानून को चुनौती है। यह विडियो बताता है कि आगे हिन्दुस्तान मे क्या क्या होगा। कौन देश चलायेगा। और सबका भविष्य क्या होगा । कडवा सच यह है कि देश को बाहर से ज्यादा अन्दर से बहुत ज्यादा खतरा है। दोस्तों ईनसानीयत के नाते आपसे हाथ जोड़कर विनती है की यह विड़ीयो हर एक ग्रुप में भेजना है। कल शाम तक हर एक न्यूज़ चैनल में आना चाहिए।''
बूम को यह वीडियो अपने व्हाट्सएप्प हेल्पलाइन नंबर (+917700906588) पर मिला है और इसके पीछे की सच्चाई पूछी गई है।
वीडियो इसी कहानी के साथ फ़ेसबुक पर वायरल है। फुटेज परेशान करने वाला है और इसमें अपशब्द इस्तेमाल किए गए हैं, विवेक की सलाह दी गई है।
दरअसल, इसी टेक्स्ट के साथ 2018 में यही फुटेज वायरल हुआ था।
फ़ैक्ट चेक
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बूम ने इसके कुछ फ़्रेमों पर रिवर्स इमेज सर्च चलाया और पाया कि वीडियो पांच साल पुराना है। यह घटना 2015 में दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में घटी थी, जब पुलिस ने यातायात नियमों को तोड़ने पर चालान जारी करने के लिए एक बाइक को रोका था। बाद में, पुलिस और उनके बीच हाथापाई शुरू हो गई| काफी भीड़ तब तक इकट्ठा हो गई थी।
खबरों के मुताबिक, ट्रैफिक पुलिस ने तीन युवकों पर जुर्माना लगाया और उन्हें बाइक पर ट्रिपल सीट की सवारी करने का चालान जारी किया। जब सवार ने जुर्माना देने से इंकार कर दिया तो उनके बीच हल्की हाथापाई हुई। तीनों ने बाद में भीड़ के साथ मिलकर, दोनो पुलिसकर्मी की पिटाई की। दो सवारी गिरफ़्तार किए गए, तीसरा नाबालिग था। इस वीडियो को 13 जुलाई, 2015 को पंजाब केसरी और एनडीटीवी इंडिया द्वारा यूट्यूब पर अपलोड किया गया था।
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