सोशल मीडिया पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक मैसेज वाली तस्वीर काफ़ी वायरल है जिसमें यह झूठा दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने रात में अकेले सफर करने वाली महिलाओं के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 996977788 जारी किया है, जिससे सफर के दौरान इस नंबर पर मैसेज करने पर पुलिस आपकी लोकेशन ट्रैक करेगी.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि एक हेल्पलाइन नम्बर 9969777888 के माध्यम से महिला की सुरक्षा के लिए मुम्बई पुलिस द्वारा 2014 में एक सेवा शुरू की गई थी, जो 2017 में बंद कर दी गई और अब यह पूरी तरह अप्रसांगिक है.
वायरल तस्वीर में दिए गए टेक्ट्स में लिखा है कि "आप जब भी अकेले रात में ऑटो या टैक्सी में बैठें तो उस ऑटो या टैक्सी का नम्बर 9969777888 पर SMS कर दें, आपके फोन पर तत्काल एक्नॉलेजमेंट का मैसेज आएगा, आपके वाहन पर GPRS से नजर रखी जायेगी, धन्यवाद"
एक फे़सबुक यूज़र ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा," अब ऑटो, रिक्शा या टैक्सी में सफर करते समय 9969777888 पर SMS करें जिससे की महिलाअपने घर तक सुरक्षित पहुंच जाये"
बूम को इस मैसेज की सत्यता की पड़ताल करने के लिए बूम के टिपलाइन नंबर (7700906588) पर भी ये मैसेज प्राप्त हुआ.
फै़क्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि एक हेल्पलाइन नम्बर 9969777888 के माध्यम से महिला की सुरक्षा के लिए मुम्बई पुलिस द्वारा 2014 में एक सेवा शुरू की गई थी, जो 2017 में बंद कर दी गई और अब यह पूरी तरह अप्रसांगिक है.
दावे की पड़ताल के लिए हमने सम्बंधित कीवर्ड्स के साथ सर्च किया. हमें मार्च 26, 2014 को प्रकाशित इंडिया टुडे की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसमें मुंबई पुलिस आयुक्त राकेश मारिया के हवाले से बताया गया कि "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) और मुंबई पुलिस की साझी पहल में महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक अभियान शुरू किया गया है. वे महिलाएं जो सार्वजनिक परिवहन लेती हैं और समय-असमय यात्रा करते समय असुरक्षित महसूस करती हैं, वे टोल-फ्री नम्बर 9969777888 पर अपने स्थान, गंतव्य और वाहन के पंजीकरण नंबर के बारे में एक मैसेज भेजकर पुलिस को सूचित कर सकती हैं."
इसके बाद हमें मार्च 02, 2017 की मिड डे की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया कि एक महिला के कथित बलात्कार और हत्या के बाद, 2014 में महिला दिवस पर शुरू की गई एक हेल्पलाइन - 9969777888 को मुंबई पुलिस ने बंद कर दिया है. इस हेल्पलाइन में मैसेज के माध्यम से नंबर पंजीकृत करने के बाद मोबाइल फोन की ट्रैकिंग की सुविधा प्रदान की जाती थी. रिपोर्ट में बताया गया कि अपनी स्थापना के बाद से इस नंबर को महिला उपयोगकर्ताओं से अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिली है. नौ महीनों में केवल 1,266 मैसेज मिले जो अब घटकर 389 रह गए."
इसके अलावा हमने पाया कि इस हेल्पलाइन के माध्यम से महिला सुरक्षा के दावे से सम्बंधित इस वायरल मैसेज को समय-समय पर दिल्ली पुलिस, बैंगलोर सिटी पुलिस, पंजाब पुलिस और हैदराबाद पुलिस ने भी खारिज़ किया है.
Fake message is floating on Whatsapp regarding this number as BCP’s Women Helpline. The number does not belong to BCP
— ಬೆಂಗಳೂರು ನಗರ ಪೊಲೀಸ್ BengaluruCityPolice (@BlrCityPolice) June 1, 2018
People are requested not to believe or share this fake message. Stringent action will be taken against those who create and spread fake messages on social media pic.twitter.com/cG7Ky81dqd