दक्षिणपंथी ट्विटर हैंडल Kreately ने बीते 1 अगस्त को अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया, जिसमें कई युवा और बच्चे हथियार लेकर सड़क पर आगे बढ़ते एवं डांस करते नज़र आ रहे हैं. वीडियो के बैकग्राउंड में एक साउंड ट्रैक भी मौजूद है.
Kreately के इस वीडियो को कई दक्षिणपंथी सोशल मीडिया अकाउंट्स ने हाल ही में हरियाणा में भड़की हिंसा से जोड़कर शेयर किया है.
हालांकि, बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो हरियाणा के मेवात का नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में पिछले दिनों निकले मुहर्रम जुलूस का है.
बीते 31 जुलाई को हरियाणा के मेवात इलाक़े में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई. इसके बाद यह हिंसा आसपास के जिले फ़रीदाबाद और गुरुग्राम में भी फ़ैल गई. इस हिंसा में क़रीब 6 लोगों की मौत हो चुकी है. हरियाणा पुलिस ने इस हिंसा में शामिल अबतक करीब 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ़्तार किया है.
क़रीब 59 सेकेंड के इस वीडियो को ट्विटर पर मेवात वाले दावे से अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ शेयर किया गया है. कैप्शन में मेवात हिंसा वाले हैशटैग मौजूद हैं.
वायरल वीडियो को फ़ेसबुक पर इसी तरह के दावे वाले कैप्शन के साथ साझा किया गया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा, तो हमें सड़क पर एक ग्लोब बना हुआ मिला, जिसपर पश्चिम बंगाल सरकार का उपक्रम ‘विश्व बांग्ला’ का लोगो मौजूद था. साथ ही ग्लोब के नीचे कुछ मूर्ति भी बनी हुई थी, जो उस ग्लोब को थामे प्रतीत हो रहे थे.
इसलिए हमने पश्चिम बंगाल और वीडियो में दिख रहे दृश्यों से संबंधित कीवर्ड की मदद से फ़ेसबुक सर्च किया. तो हमें 3 अगस्त 2023 को किया हुआ फ़ेसबुक पोस्ट मिला. पोस्ट में शेख़ अप्ताज नाम के यूज़र द्वारा अपलोड किए गए रील को शेयर किया गया था.
फ़ेसबुक रील में मौजूद दृश्य वायरल वीडियो वाले ही थे. फ़ेसबुक यूज़र शेख़ अप्ताज ने 29 जुलाई को शेयर किए गए इस रील में लोकेशन के तौर पर ‘धुलियान मुर्शिदाबाद’ लिखा हुआ था. साथ ही कैप्शन में मुहर्रम जैसे हैशटैग भी मौजूद थे, जिससे यह प्रतीत हो रहा था कि यह वीडियो मुहर्रम के दौरान निकले जुलूस का है.
इसके बाद हमने ‘धुलियान मुर्शिदाबाद’ कीवर्ड से गूगल सर्च किया तो हमें एक यूट्यूब अकाउंट से अपलोड किया हुआ एक वीडियो मिला. इस वीडियो में हमें विश्व बांग्ला वाला वह ग्लोब और उसके बगल में मौजूद एक पोस्टर दिखाई दिया, जो वायरल वीडियो में भी मौजूद है. वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में इसे धुलियान का मुख्य सड़क बताया गया था.
इसलिए हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए ग्लोब वाली जगह को गूगल मैप्स पर ढूंढा तो हमें उसका स्ट्रीट व्यू मिला. स्ट्रीट व्यू में दिखे दृश्यों का मिलान जब हमने वायरल वीडियो में दिखे दृश्यों से किया तो पाया कि दोनों में दिख रहे घर, विश्व बांग्ला ग्लोब और पोस्टर एक ही हैं. आप नीचे मौजूद तस्वीर में इसे आसानी से देख सकते हैं.
हमारी अभी तक जांच में यह तो सिद्ध हो गया कि यह वीडियो हरियाणा के मेवात का नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के धुलियान इलाके का है.
इसके बाद हमने यह भी पता लगाने की कोशिश की कि वीडियो में दिख रहा दृश्य कब और किस मौके का है. इसके लिए हमने मुर्शिदाबाद के पत्रकार अजफारुल से संपर्क किया. अजफारुल ने वीडियो की पुष्टि करते हुए बूम को यह बताया कि “यह धुलियान में बीते 29 जुलाई को निकले मुहर्रम जुलूस का दृश्य है”.
जांच में हमने वीडियो रिकॉर्ड करने वाले शख्स शेख़ आप्ताज से भी संपर्क किया. उन्होंने बूम को बताया कि “यह वीडियो मैंने ही 29 जुलाई को मुर्शिदाबाद के धुलियान में मुहर्रम जुलूस के दौरान रिकॉर्ड किया था. यह जुलूस क़रीब दोपहर 2 बजे धुलियान घाट से शुरू हुआ था. वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद मैंने इसे फ़ेसबुक पर अपलोड किया था”.
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