सोशल मीडिया पर एक वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल है, जिसमें कुछ लोग 'हमसफर एक्सप्रेस' ट्रेन के शीशे तोड़ते नजर आ रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 5 साल पुराना है जब नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के उलुबेरिया स्टेशन पर ट्रेन में तोड़फोड़ की थी.
गौरतलब है कि 11 दिसंबर 2019 को 'नागरिकता संशोधन बिल' के राज्यसभा पास होने के बाद देश के अन्य हिस्सों के साथ पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भी इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए थे. इस दौरान कई जगहों पर तोड़-फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आई थीं. पश्चिम बंगाल के नादिया, बीरभूम, उत्तर 24 परगना और हावड़ा जिलों में छिटपुट हिंसा भी हुई थी.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'रेलवे स्टेशन पर ......! ट्रेन के डिब्बे तोड़े जा रहे हैं? कहां गायब है रेलवे प्रशासन?' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए जब हमने वीडियो के अलग-अलग कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें एक फेसबुक पेज Rourkela Khabar 24X7 पर एक वीडियो मिला जिसमें वायरल फुटेज भी शामिल है. इस पेज पर यह वीडियो 13 दिसंबर 2019 को अपलोड किया गया था.
इस वीडियो के कैप्शन में बताया गया कि नागरिकता संशोधन बिल के विरोध प्रदर्शन दौरान पश्चिम बंगाल के बेलडांगा रेलवे स्टेशन और उलुबेरिया रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की गई.
इसकी मदद से जब हमने इससे जुडे़ कीवर्ड को गूगल पर सर्च किया को हमें अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट TheStatesman पर इससे जुड़ी 13 दिसंबर 2019 की रिपोर्ट मिली.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा स्टेशन पर नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन मास्टर के केबिन में आग लगा दी और टिकट काउंटर में तोड़फोड़ की. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा जिले के उलुबेरिया स्टेशन पर भी ट्रेनों के साथ तोड़फोड़ की.
इस रिपोर्ट में फीचर इमेज के रूप में वायरल वीडियो में दिख रही 'हमसफर एक्सप्रेस' से मिलती-जुलती तस्वीर लगाई गई है. TheStatesman ने अपनी रिपोर्ट में इस तस्वीर का क्रेडिट न्यूज एजेंसी IANS को दिया है.
हमने दोबारा कीवर्ड के साथ गूगल पर सर्च किया तो हमें न्यूज वेबसाइट Timesnownews.com पर भी 14 दिसंबर 2019 को प्रकाशित इससे जुड़ी एक रिपोर्ट मिली. इसकी फीचर इमेज में क्षतिग्रस्त 'हमसफर एक्सप्रेस' की दूसरे एंगल से ली गई तस्वीर को इस्तेमाल किया गया है.
फीचर इमेज के साथ कैप्शन था, 'पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के उलुबेरिया स्टेशन पर एनआरसी और सीएबी मुद्दे के खिलाफ आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलवे स्टेशन की संपत्ति में तोड़फोड़ के बाद का दृश्य.'
इसमें इस तस्वीर का क्रेडिट न्यूज एजेंसी PTI को दिया गया था.
इसके अलावा दक्षिण-पूर्व रेलवे ने भी एक्स पर 13 दिसंबर 2019 को एक पोस्ट कर बताया था कि जन आंदोलन की वजह से उलुबेरिया रेलवे स्टेशन पर हावड़ा-खड़गपुर खंड की रेलवे सेवा बाधित हो गई है. लगभग 200 से 250 लोगों ने उलुबेरिया में अप और डाउन लाइन को बाधित कर दिया है.
इस पोस्ट के साथ भी क्षतिग्रस्त 'हमसफर एक्सप्रेस' की वही तस्वीर शेयर की गई थी, जो वायरल वीडियो में दिख रही है.
बता दें कि बीते दिनों 'वंदे भारत एक्सप्रेस' का शीशा तोड़ने का एक वीडियो भी सांप्रदायिक दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसका बूम ने फैक्ट चेक किया था.