सोशल मीडिया पर एक वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल है जिसमें एक हेलमेट पहने व्यक्ति हाथ में पटाखे और रॉकेट लेकर सामने खड़ी इमारत पर छोड़ रहा है. साथ ही अगल बगल के कुछ लोग उसका उत्सावर्धन कर रहे हैं. यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो ओडिशा का है जब दिवाली मना रहे हिंदुओं पर मुसलमानों ने हमला किया और उसके बाद हिंदुओं ने हमले का बदला लिया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल सांप्रदायिक दावा गलत है. वायरल वीडियो में दिख रहे लोग ओडिशा के संबलपुर के वीर सुरेंद्र साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और रिसर्च के छात्र हैं. मेडिकल कॉलेज के दो हॉस्टल के छात्रों ने एक दूसरे पर पटाखे और रॉकेट छोड़े थे.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक वेरिफाइड यूजर ने लिखा, 'ऐसा ओडिशा में भी हुआ, मुसलमानों ने दिवाली मना रहे हिंदुओं पर हमला किया, लेकिन उड़िया हिंदुओं ने इस तरह जवाबी कार्रवाई की. देखने में मजा आया. टर्मिनेटर मोड, सक्रिय! कट्टर हिंदुत्व.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक: सांप्रदायिक दावा गलत है
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए जब वीडियो के अलग-अलग कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें एक्स पर इसी वीडियो के साथ किया गया एक पोस्ट मिला, जिसके कमेंट सेक्शन में एक यूजर ने दावा किया कि यह वीडियो ओडिशा के बुरला स्थित वीर सुरेंद्र साईं मेडिकल कॉलेज का है.
इसके बाद हमने इससे जुड़ें कीवर्ड को गूगल पर सर्च किया तो हमें न्यूज वेबसाइट Online Sambalpur पर इससे जुड़ी एक रिपोर्ट मिली.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, वीर सुरेंद्र साईं मेडिकल कॉलेज के दो हॉस्टल के छात्रों ने ऑनलाइन गेम से प्रेरणा लेते हुए एक दूसरे पर रॉकेट और पटाखे दागे थे. इसमें एक हॉस्टल ग्रुप ने 'भारत' की भूमिका निभाई और दूसरे ग्रुप ने 'पाकिस्तान' की भूमिका निभाई थी. हेलमेट पहने छात्रों ने अपने विरोधी हॉस्टल पर पटाखे और रॉकेट फायर किया था.
वीर सुरेंद्र साईं मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर ने Online Sambalpur से बातचीत में इस घटना पर निराशा व्यक्त की. उन्होंने कहा, 'इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है. इस घटना के बाद भविष्य में ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त उपायों की आवश्यकता के बारे में भी चर्चा की गई है.'
साथ ही हमें इस मामले से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट ओडिया चैनल Kanak News के यूट्यूब चैनल पर भी मिली.
इसकी हेडलाइन थी, 'बुर्ला VIMSAR के बॉयज हॉस्टल के छात्र दिवाली पर एक-दूसरे पर निशाना साधते हैं.'
इसके अलावा बूम ने संबलपुर के बुरला पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ए के प्रधान से भी बात की. उन्होंने कहा, "वायरल वीडियो मेडिकल कॉलेज का है और वीडियो में दिख रहे लोग वहां के छात्र हैं. हमने मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर से बात की. उन्होंने कहा कि यह वीडियो पुराना है लेकिन हम फिर भी इस घटना की जांच कर रहे हैं. इसमें किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक मामला नहीं है."
संबलपुर में KalingaTV से जुड़ें पत्रकार शिशुपाल खामेरी ने बूम से कहा, "इस घटना में शामिल अधिकतर छात्र सेकंड और थर्ड ईयर के छात्र थे. दिवाली के दिन दो हॉस्टलों में रह रहे ये छात्र ने एक दूसरे पर पटाखे छोड़े थे."
ओडिया न्यूजपेपर Sambad से जुड़े पत्रकार जुगल किशोर मिश्रा ने भी इस घटना में किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक एंगल से इनकार किया. उन्होंने भी कहा कि यह दो हॉस्टल के छात्रों के बीच का मामला था.