सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. वीडियो में कुछ लोग एक नदी के किनारे लकड़ी के पुल से उतरकर नाव में बैठते हुए दिख रहे हैं. सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो बांग्लादेश से आए अवैध प्रवासियों का है जो पश्चिम बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया शुरू होने के बाद बांग्लादेश वापस जा रहे हैं.
बूम ने जांच में पाया कि वीडियो बांग्लादेश के मोंगला का है. बूम बांग्लादेश ने एक स्थानीय पत्रकार से भी बात की, जिन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि फुटेज में मोंगला के रोजाना आने-जाने वाले यात्रियों को दिखाया गया है और यह भी स्पष्ट किया कि वीडियो में लोग बांग्लादेश की सीमा पार करते हुए नहीं दिख रहे हैं.
चुनाव आयोग द्वारा पश्चिम बंगाल में एसआईआर की घोषणा के बाद, पश्चिम बंगाल के एक वर्ग में नागरिकता को लेकर भ्रम और घबराहट फैल गई है. राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इस प्रक्रिया का सार्वजनिक रूप से विरोध किया और दावा किया कि घोषणा से फैले डर के कारण कई लोगों ने आत्महत्या कर ली है.
क्या है वायरल दावा :
फेसबुक यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, 'SIR का आतंक, बांग्लादेशी भागने लगे बांग्लादेश !' आर्काइव लिंक
इंस्टाग्राम यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, 'SIR अगर सही तरीके से हो जाए तो लग रहा है आधा बंगाल खाली हो जाएगा.' आर्काइव लिंक
पड़ताल में क्या मिला :
वीडियो बांग्लादेश का है:
हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो से मिलते विजुअल वाली बांग्लादेश के मीडिया आउटलेट की 11 नवंबर 2025 की रिपोर्ट मिली.
रिपोर्ट के अनुसार, यह तस्वीर खुलना के मोंगला घाट पर रोजाना आने-जाने वाले यात्रियों की है . देश में लगभग दो लाख यात्री मोगला नदी पार करने के लिए इस जोखिम भरे घाट का इस्तेमाल करते हैं. हमने वायरल वीडियो के एक की-फ्रेम से इस तस्वीर की तुलना की और पाया कि दोनों तस्वीरें काफी हद तक मिलती-जुलती हैं.
बांग्लादेश के स्थानीय रिपोर्टर ने की वीडियो की पुष्टि
वीडियो की पुष्टि के लिए बूम बांग्लादेश ने मोंगला के स्थानीय पत्रकार मो. जसीमुद्दीन से संपर्क किया, वह Bangladesh Television के लिए रिपोर्ट करते हैं.
जसीमुद्दीन ने पुष्टि करते हुए बताया कि यह वीडियो बांग्लादेश के मोंगला का है और इसमें बांग्लादेश सीमा पार करने का कोई दृश्य नहीं है. जसीमुद्दीन ने कहा, "वीडियो मोंगला का ही है. यह कोई बॉर्डर नहीं है. इसमें महिला मजदूर पुराने मोंगला से औद्योगिक क्षेत्र (निर्यात प्रसंस्करण से जुड़ा) की ओर जा रही हैं. ऐसे दृश्य रोज हर सुबह देखे जाते हैं. वह सुबह 7:30 बजे काम पर जाती हैं और शाम 7:30 बजे लौटती हैं."
अतिरिक्त रिपोर्टिंग : तौसीफ अनवर, बूम बांग्लादेश


