सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें स्ट्रेचर सहित एक मरीज को चलती एम्बुलेंस से गिरते हुए दिखाया गया है. इसके साथ कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में यमुना एक्सप्रेसवे पर एम्बुलेंस का दरवाजा अचानक खुल गया, जिसके चलते अंदर मौजूद मरीज बाहर गिर पड़ा.
बूम ने पाया कि वायरल दावा गलत है. यह वीडियो किसी वास्तविक घटना का नहीं है. इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाया गया है.
यमुना एक्सप्रेसवे 165.5 किलोमीटर लंबा, छह लेन वाला एक्सप्रेसवे है जो नोएडा (NCR) को आगरा से जोड़ता है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. करीब 15 सेकंड के इस क्लिप में चलती एम्बुलेंस से स्ट्रेचर सहित एक मरीज नीचे गिर जाता है और नीचे गिरने के बाद भी स्ट्रेचर बिना सहारे के कुछ दूरी तक चलता हुआ दिखाई देता है.
वायरल वीडियो को शेयर करते हुए यूजर्स इसे गंभीर लापरवाही बताकर उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साध रहे हैं और लिख रहे हैं कि क्या यही 'रामराज्य' की तस्वीर होनी चाहिए. कुछ यूजर्स ने कहा कि यह केवल हादसा नहीं बल्कि ऐसी लापरवाही है जो किसी भी मरीज की जान के लिए खतरा बन सकती है. एम्बुलेंस से मरीज गिर गया और किसी को पता तक नहीं चला. आर्काइव लिंक यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
पड़ताल में क्या मिला:
वीडियो में मौजूद है विसंगतियां
पहली नजर में ही यह वीडियो असामान्य लगता है. इसमें देखा जा सकता है कि जैसे ही स्ट्रेचर नीचे गिरता है वह बिना किसी सहारे सड़क पर कई मीटर तक तेजी से आगे बढ़ता रहता है, जबकि चालक और स्टाफ को इसकी भनक तक नहीं लगती. इसके अलावा स्ट्रेचर पर मौजूद व्यक्ति भी जस का तस पड़ा रहता है- न ही वह गिरता है और न ही उसकी स्थिति में कोई बदलाव होता है.
वीडियो को ध्यान से देखने पर हमने पाया कि इसमें गाड़ी पर ‘Ambulance’ की स्पेलिंग उल्टी लिखी गई है साथ ही एम्बुलेंस का एक दरवाजा भी गायब नजर आता है. इससे हमें संदेह हुआ कि वीडियो को संभवतः AI की मदद से क्रिएट किया गया है.
एआई डिटेक्टर टूल्स ने की पुष्टि
हमने वीडियो को एआई डिटेक्टर टूल Hivemoderation पर चेक किया. Hivemoderation ने 99.9 प्रतिशत स्कोर के साथ इसमें एआई जनित कंटेंट मौजूद होने की संभावना जताई.
पुष्टि के लिए हमने वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स की जांच Was It AI नामक एआई डिटेक्शन टूल पर भी की. इस टूल ने भी वायरल वीडियो के फ्रेम्स को एआई जनरेटेड करार दिया.
अंत में हमने यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई ऐसी किसी घटना से संबंधित खबरों की भी तलाश की लेकिन हमें इससे जुड़ी कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली. जाहिर है अगर इस तरह की असामान्य घटना सच में हुई होती तो वह खबरों में जरूर होती. स्पष्ट है कि एआई से बने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर भ्रामक तरीके से शेयर किया जा रहा है.


