HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

UP में अतिक्रमण हटाते प्रशासन का वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल

वीडियो में जेसीबी एक गुंबदनुमा गेट की बिल्डिंग गिरा रही है. दावा किया जा रहा है कि वो एक मस्जिद है.

By - Devesh Mishra | 8 Aug 2021 3:11 PM GMT

सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि Uttar Pradesh में अवैध रूप से बनी एक मस्जिद को प्रशासन ने गिरा दिया है. वीडियो में पुलिस की मौजूदगी में कई जेसीबी मशीनें सड़क किनारे बने तमाम मकानों को गिराती नज़र आ रही हैं.

इसी बीच एक ऐसे बिल्डिंग को भी जेसीबी मशीन तोड़कर गिराती है जो गुंबदनुमा है और काफ़ी बड़े आकार का है. दावा किया जा रहा कि वो एक मस्जिद है जिसे अवैध होने की वजह से पुलिस ने गिरा दिया. साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि जेसीबी जिन मकानों को तोड़ रही है वो मुस्लिमों के हैं जो अवैध हैं.

परिवार को बंधक बनाकर लूट का सीसीटीवी फ़ुटेज मुंबई का बताकर वायरल

फ़ेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन दिया गया 'उन्नाव वाला बकरा जो बद्रीनाथ को बदरुदीन शाह की जगह बता रहा था उसके मस्जिद और आसपास के घर उड़ा दिए ,fir दर्ज की और कागज दिखाने को बोला गया अवैध बनी थी मस्जिद और घर। योगी जी वाह योगी जी..

Full View

इस वीडियो को बिल्कुल इसी दावे के साथ कई फ़ेसबुक अकाउंट्स से शेयर किया गया है.


India Gate में लिखे हैं स्वतंत्रता संग्राम शहीदों के नाम? फ़ैक्ट चेक

ट्विटर पर भी ये वीडियो काफ़ी वायरल है इसे बिल्कुल इसी दावे के साथ कि 'प्रशासन ने अवैध मस्जिद गिरा दी' कई बार शेयर किया गया है.


फ़ैक्ट चेक

वायरल वीडियो की सत्यता जानने के लिये हमने सबसे पहले कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया. हमें पता चला कि ये तोड़फोड़ की मामला दरअसल उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले के सोहरामऊ का है. और इस कार्रवाई में कोई भी मस्जिद नहीं तोड़ी गई है. उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिकारी लोकल प्रशासन की मदद से सरकारी ज़मीन के अवैध क़ब्ज़े को ख़ाली करा रहे थे.

विद्युत् गति से बैक फ़्लिप करती ये नन्ही लड़की भारत से नहीं है

NavBharat Times की एक खबर के मुताबिक़ सोहरामऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत सोहरामऊ में लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच से निकली एक नहर को पाटकर भू माफियाओं ने बेच दिया. जिसे खरीदने वालों ने भी अनदेखा किया. देखते देखते वहाँ मकान बन कर खड़े हो गए. लखनऊ से सटे सोहरामऊ में नहर विभाग की ज़मीन पर क़ब्ज़े की शिकायत मिलने पर राजस्व और नहर विभाग द्वारा इस मामले की जांच कराई गई. शिकायत सही पाए जाने पर विभाग की तरफ़ से कार्रवाई की गई.


उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने अपने ऑफ़िशियल ट्विटर हैंडल से प्रशासन की कार्रवाई का वीडियो शेयर किया है. 

BJP नेता की पिटाई के दावे से वायरल वीडियो का सच

एक लोकल पोर्टल India Tv News ने इस कार्रवाई का वीडियो शेयर करते हुए जानकारी दी कि सोहरामऊ में जिस जगह ये घटना हुई वो सरकारी ज़मीन थी.

Full View

क्या विभागीय कार्रवाई में कोई मस्जिद तोड़ी गई?

लाल बहादुर शास्त्री से जुड़े पूर्व CJI रंजन गोगोई के ट्वीट का सच

बूम ने इस दावे की पड़ताल के लिये उन्नाव के ज़िलाधिकारी रवींद्र कुमार से बात की. उन्होंने बताया कि इस जगह सिंचाई विभाग की जमीन पर कई वर्षों से अवैध कब्ज़ा था. नोटिस देकर FIR भी दर्ज कराई गई. "हमारे नोटिस के बाद कई लोगों ने कब्जा हटा भी लिया था. बाद में सिंचाई विभाग व अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में अतिक्रमण को हटाया गया," कुमार ने बूम को बताया.

लेकिन वहाँ कोई मस्जिद या किसी भी तरह का धार्मिक स्ट्रक्चर नहीं था जिसे प्रशासन ने नुक़सान पहुँचाया हो. उन्होंने कहा कि वीडियो में जो बिल्डिंग गिरती दिख रही है वो दरअसल एक सोसायटी का गेट है जिसमें गुंबद लगा है. वो किसी मस्जिद का या किसी भी धार्मिक स्थल से संबंधित नहीं है.

दिल्ली सीएम केजरीवाल को डस्टबिन लगाने का श्रेय लेते दिखाती तस्वीर फ़ेक है

ये जानने के लिये कि क्या उस दिन किसी मस्जिद को कोई नुक़सान पहुँचाया गया है, बूम ने सोहरामऊ के कुछ स्थानीय लोगों से संपर्क किया. एक व्यक्ति आज़ाद कुशवाह ने बूम को बताया कि ये झूठी खबर है. "यहाँ प्रशासन की कार्रवाई में किसी भी मस्जिद को कोई नुक़सान नहीं पहुँचा है," आज़ाद ने बूम को बताया.

Related Stories