उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो का वायरल है, जिसमें वह एक मजार के अंदर जाते दिखाई दे रहे हैं. यूजर्स वीडियो को वर्तमान का समझते हुए सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं. बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो जून 2018 का है. यह हाल-फिलहाल का नहीं है.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए देश में सियासी सरगर्मियां जोरों पर हैं. 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरणों में मतदान होना है. चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल मैदान में हैं.
चुनाव का बिगुल बजते ही नेताओं के नए पुराने वीडियो और तस्वीरें तरह-तरह के भ्रामक और गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इसी संदर्भ में योगी आदित्यनाथ का यह वीडियो भी वायरल है.
फेसबुक पर एक यूजर ने लिखा, 'ठीक से दिख नहीं रहा मुझे जरा बताना ये मजार पर कौन गया है? मैंने तो कभी नहीं गया, कट्टर हिदूं, इस बंदे को क्या कहोगे?'
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
एक्स (आर्काइव लिंक) पर भी इसी दावे के साथ यह वीडियो वायरल है.
फैक्ट चेक
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो पुराना है. हमने वायरल दावे की पड़ताल के लिए एक विशेष कीवर्ड 'योगी आदित्यनाथ मजार वीडियो' को गूगल पर सर्च किया. हमें जून 2018 की कई वीडियो रिपोर्ट्स मिलीं.
आजतक पर 28 जून 2018 को प्रकाशित वीडियो में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र को मोदी कबीर की पांच सौ वीं पुण्यतिथि पर यूपी के मगहर पहुंचना था लेकिन उनकी यात्रा से पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ तैयारियों का जायजा लेने मगहर पहुंचे. मगहर में योगी आदित्यनाथ कबीर की मजार पर भी गए. यहां मजार के सेवादार ने उन्हें टोपी पहनाने की कोशिश की लेकिन योगी ने उन्हें रोक दिया.
मजार में सेवादार ने योगी आदित्यनाथ को टोपी पहनाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने हाथ से रोकते हुए टोपी पहनने से इनकार कर दिया था. जिससे यह घटना मीडिया की सुर्खियों में भी रही थी. नवभारत टाइम्स, दैनिक जागरण और इंडिया टीवी पर भी इस घटना की रिपोर्ट्स देखी जा सकती हैं.