भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पिछले दिनों एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद को लेकर कथित आपतिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद इस मामले ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ लिया. कई देशों ने भारतीय विदेश मंत्रालय के सामने इस मामले को उठाकर रोष प्रकट किया. कई देशों की तरफ़ से हो रही प्रतिक्रियाओं के बीच भाजपा ने नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया.
इसी बीच सोशल मीडिया पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो नूपुर शर्मा विवाद से जोड़कर काफ़ी शेयर हो रहा है. वायरल वीडियो में योगी आदित्यनाथ हिंदू, हिंदुत्व और साम्प्रदायिकता जैसे मुद्दे पर बोलते नज़र आ रहे हैं. उनके बोलने के दौरान दूसरे सदस्य हंगामा करते भी नज़र आ रहे हैं.
नागा साधुओं का ये वीडियो क्यों हो रहा है वायरल?
वायरल वीडियो में योगी आदित्यनाथ यह कहते हुए नज़र आ रहे हैं कि हिंदू सांप्रदायिकता नहीं हिंदू राष्ट्रीयता का प्रतीक है. भारत की राष्ट्रीयता का प्रतीक इस हिंदुत्व को बदनाम करोगे तो इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. इसके अलावा वे वीडियो में कश्मीरी पंडितों के विस्थापन के बारे में भी कहते हुए सुने जा सकते हैं.
यह वीडियो फ़ेसबुक पर काफ़ी वायरल है.
सनातन धर्म हिंदू धर्म नाम के फ़ेसबुक अकाउंट से इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया है 'हिन्दू सांप्रदायिक नहीं राष्ट्रीयता का प्रतीक है'.
वहीं भाई हिंदुस्तानी फैंस नाम के फ़ेसबुक पेज से भी इसी तरह के कैप्शन के साथ वायरल वीडियो को शेयर किया गया है.
वायरल पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल के लिए वीडियो में बोले जा रहे शब्द के माध्यम से गूगल सर्च किया तो हमें कोई उचित रिजल्ट नहीं मिला. हालांकि हमें वेब दुनिया वेबसाइट पर अपलोड की गई एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो में बोले जा रहे शब्द का ज़िक्र था.
ख़बर में सबसे नीचे हमें यह लिखा हुआ मिला कि 'गोरखपुर से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने सांप्रदायिक हिंसा पर चर्चा के दौरान तीखे तेवर अपनाए और विपक्षी दलों पर कड़ा हमला बोला'.
वेबदुनिया की रिपोर्ट से हमें यह अंदाजा हो गया था कि यह वीडियो लोकसभा का है. इसके बाद हमने प्राप्त जानकारियों के आधार पर ख़ास कीवर्ड की मदद से यूट्यूब पर सर्च किया तो हमें भाजपा के आधिकारिक अकाउंट पर 14 अगस्त 2014 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला.
वीडियो को ध्यान से सुनने और देखने पर हमें गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ के वे सारे बयान मिले जो वायरल वीडियो में मौजूद थे.
वीडियो के करीब 8 मिनट से योगी आदित्यनाथ के द्वारा लोकसभा में दिए गए भाषण को सुना जा सकता है जिसे सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है.
करीब 10 मिनट पर योगी आदित्यनाथ यह कहते हुए नज़र आ रहे हैं कि 'हिंदू सांप्रदायिकता नहीं हिंदू राष्ट्रीयता का प्रतीक है. भारत की राष्ट्रीयता का प्रतीक इस हिंदुत्व को बदनाम करोगे तो इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी'.
भाजपा के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए इस वीडियो में दिए गए डिस्क्रिप्शन के अनुसार योगी आदित्यनाथ सांप्रदायिक हिंसा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के दौरान लोकसभा में अपने विचार रख रहे थे.