हाल ही में उत्तर प्रदेश के बिजनौर से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई जहां एक हाउस हेल्प घर के बर्तन में पेशाब करती पाई गई. सोशल मीडिया पर अब इस घटना का सीसीटीवी वीडियो वायरल है, इसके साथ फर्जी सांप्रदायिक दावा किया जा रहा है कि आरोपी महिला मुस्लिम है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल सांप्रदायिक दावा गलत है. आरोपी महिला का नाम समन्त्रा है और वो मुस्लिम नहीं है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल
करीब 40 सेकंड के वायरल वीडियो में एक महिला किचन में एक गिलास में पेशाब करती दिख रही है. एक्स (आर्काइव लिंक) और फेसबुक (आर्काइव लिंक) जैसे प्लेटफॉर्म पर सांप्रदायिक दावे के साथ इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर कैप्शन में लिख रहे हैं कि 'पेशाब वाली कामवाली शकीना...मामला बिजनौर का है जहां एक हिंदू व्यापारी के घर शकीना पिछले कई वर्षों से खाना बना रही थी. शक होने पर घरवालों ने एक कैमरा छुपा कर रख दिया फिर जो देखा गया वो आपके सामने है. थू है, इस मजहबी गंदगी पर.'
पड़ताल में क्या मिला
संबंधित न्यूज रिपोर्ट और आधिकारिक बयान की मदद से हमने पाया कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है और महिला के मुस्लिम होने का दावा गलत है.
1. आरोपी महिला मुस्लिम नहीं है
संबंधित कीवर्ड की मदद से हमें घटना से जुड़ी कई रिपोर्ट मिलीं. 22 अगस्त 2025 की ईटीवी भारत और दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक मामला बिजनौर के नगीना थाना क्षेत्र का है, जहां एक सर्राफा कारोबारी सत्यम मित्तल के यहां करीब दस सालों से काम कर रही हाउस हेल्प सीसीटीवी फुटेज में कथित तौर पर गिलास में पेशाब करती हुई पाई गई.
खबरों में कारोबारी के हवाले से बताया गया कि काम करते वक्त हाउस हेल्प रसोई में किसी को जाने नहीं देती थी. शक होने पर उनलोगों ने किचन में हिडेन कैमरा लगवा दिया और 20 अगस्त को उसकी ये हरकत कैमरे में रिकॉर्ड हो गई. इसके बाद उनलोगों ने महिला को पुलिस के हवाले कर दिया.
पुलिस ने गिरफ्तार कर शांतिभंग के आरोप में कार्रवाई स्वरूप उसका चालान कर दिया लेकिन बाद में उसे कोर्ट से जमानत मिल गई. हालांकि पूछताछ के दौरान वह इस हरकत के पीछे का कारण स्पष्ट रूप से नहीं बता पाई.
टाइम्स ऑफ इंडिया, एनडीटीवी और पीटीआई सहित तमाम न्यूज रिपोर्ट में महिला का नाम समन्त्रा और उसके पति का नाम जगदीश बताया गया है. इससे साफ था कि हाउस हेल्प के मुस्लिम होने का दावा गलत है. घटना के संबंध में बिजनौर पुलिस के एक्स हैंडल पर नगीना सर्किल ऑफिसर अंजनी कुमार का बयान देखा जा सकता है.
2. बिजनौर पुलिस ने किया दावे का खंडन
पुष्टि के लिए हमने बिजनौर के नगीना पुलिस स्टेशन से संपर्क किया. थाने के एसएचओ संजय कुमार ने बूम से बातचीत में वायरल सांप्रदायिक दावे का खंडन करते हुए बताया, "आरोपी महिला मुस्लिम नहीं है, उसका नाम समन्त्रा है. पुलिस ने इसपर कार्रवाई करते हुए उसका चालान किया है."


