सोशल मीडिया पर बाढ़ से प्रभावित हुए एक हाईवे और सबवे का वीडियो वायरल है. लोग पानी से भरे सबवे से आते जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. यूजर्स वीडियो को बीजेपी की खिंचाई करते हुए अयोध्या का बताकर शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो का अयोध्या के होने का दावा गलत है.
गौरतलब है कि जनवरी 2024 में राममंदिर का भव्य उद्घाटन हुआ था. इसके बाद जून 2024 में अयोध्या में भारी बारिश देखने को मिली थी. भारी बारिश की वजह से राम मंदिर तक जाने वाली सड़क 'रामपथ' कई जगह पर धंस गई थी. इसी संदर्भ में इस वीडियो को शेयर किया जा रहा है.
वायरल वीडियो के साथ दिए गए टेक्स्ट में लिखा है, 'राम मंदिर बनने के बाद यह हुआ है.'
एक एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'चंदा दो धंधा लो की एक और परतें खुल कर सामने आ गयी हैं. प्रभु श्री राम जी ने ऐसे ना हराया है चंदा चोरों को. अयोध्या प्रभु श्री राम मंदिर मार्ग.'
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो में दो अलग-अलग क्लिप शामिल हैं. बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के दोनों हिस्सों के अलग-अलग कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
पहला वीडियो - पानी भरा हुआ सबवे
हमें Baba Boota بابا بوٹا नाम के एक फेसबुक पेज पर सबवे वाला यह वीडियो मिला. वीडियो नवंबर 2023 में शेयर किया गया था.
दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल कई वीडियो में दुबई में पानी से भरे सबवे को पार करने के लिए शॉपिग कार्ट का प्रयोग करते हुए देखा जा सकता है. इस साल अप्रैल 2024 में हुई बारिस के बाद कई मीडिया आउटलेट (न्यूज18) पर भी इसे रिपोर्ट किया गया था.
हमें UAE Labours नाम के एक अन्य फेसबुक पेज पर भी इसी तरह के एक अन्य सबवे का 2020 का एक वीडियो मिला था. वीडियो के कैप्शन में इसे यूएई के शारजाह शहर का बताया गया है. इसमें भी लोग इसी तरह पानी से भरे सबवे को पार करने के लिए शॉपिग कार्ट का प्रयोग करते हुए नजर आ रहे हैं.
दूसरा वीडियो - बाढ़ प्रभवित हाईवे
हमें कई सोशल मीडिया साइट पर अप्रैल 2024 को शेयर किया गया यह वीडियो मिला. Md Alamgir नाम के एक यूट्यूब यूजर ने 21 अप्रैल 2024 को 'Dubai 🇦🇪🇦🇪🇦🇪' टाइटल के साथ यह वीडियो शेयर किया.
इंस्टाग्राम पर एक यूजर द्वारा 20 अप्रैल 2024 को हैशटेग दुबई के कैप्शन के साथ शेयर किए गए एक वीडियो में इस क्लिप को दिखाया गया है.
गौरतलब है कि अप्रैल 2024 में भारी बारिश के कारण संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे दुबई और शारजाह, उत्तरी अमीरात और रास अल खैमाह जैसे शहर प्रभावित काफी प्रभावित हो गए थे.
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो के बारे में अयोध्या पुलिस ने भी 21 जुलाई 2024 को अपने आधिकारिक एक्स पर पोस्ट कर बताया कि यह वीडियो अयोध्या का नहीं है. पोस्ट पर लिखा गया, "यह वीडियो अयोध्या का नहीं है. भ्रामक खबर फैलाने वाले व्यक्ति के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया है."