बूम ने पिछले हफ़्ते बड़े पैमाने पर वायरल हुईं पांच फ़र्ज़ी ख़बरों का फ़ैक्ट चेक किया है. इसमें पुरानी तस्वीरों को हालिया घटना से जोड़कर फ़र्ज़ी दावे के साथ किये गए पोस्ट शामिल हैं. जिस सफ़ाई के साथ पुरानी तस्वीर को हाल की घटना से जोड़कर शेयर किया गया है, निश्चित ही आप भी यक़ीन कर बैठे होंगे.
हमारी इस साप्ताहिक फ़र्ज़ी ख़बरों की विवेचना में आप जानेंगे कि कैसे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के स्टाम्प और हस्ताक्षर युक्त पत्र उनके नाम से शेयर किया गया और उसका सच क्या है. मुस्लिम देशों में नमाज़ अदा करते दिखाती तस्वीर को भारत में रमज़ान की भीड़ बताकर शेयर किया गया. कपूर, लौंग और अजवाइन को कोरोना का इलाज बताकर वायरल हुआ मैसेज और लखनऊ में कोरोना को मात देने के लिए 1500 बेड का अस्पताल. हमने इन दावों की जांच की है और उनका संक्षिप्त फ़ैक्ट चेक इस रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं.
1. भारत में रमज़ान की भीड़ बताकर दो तस्वीरें वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि दोनों वायरल तस्वीरें साल भर पुरानी है और यह भारत की नहीं बल्कि मिस्र और इंडोनेशिया की हैं. इसमें पहली तस्वीर साल 2019 से मिस्र की राजधानी काहिरा में ईद उल फ़ितर की है, जबकि दूसरी तस्वीर पिछले साल की है और यह इंडोनेशिया से है.
मिस्र और इंडोनेशिया की तस्वीर भारत में रमज़ान की भीड़ बताकर वायरल
2. कोरोना वायरस को रोकने के लिए ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने के लिए कपूर, लौंग और अजवाइन नवीनतम घरेलू उपचार हैं.
बूम ने मुंबई के लंग केयर क्लिनिक में छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. इंदु बुबना से बात की, जिन्होंने बताया कि कपूर केवल नाक के मार्ग को खोलने और बेहतर सांस लेने में मदद करती है लेकिन ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने में मदद नहीं करती है.
क्या कपूर और अजवाइन शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ा सकते हैं? फ़ैक्ट चेक
3. एनएसए अजीत डोभाल ने कुंभ मेले के सफ़लतापूर्वक प्रबंधन और आयोजन के लिए उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों की सराहना की.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल पत्र फ़र्ज़ी है. इस पत्र के वाक्य पिछले दिनों कथित रूप से अजीत डोभाल द्वारा लिखे गए एक अन्य पत्रों के समान हैं.
फ़र्ज़ी पत्र का दावा: अजीत डोभाल ने कुंभ मेला के सफ़ल आयोजन की सराहना की
4. एक बुज़ुर्ग महिला को ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ सड़क पर बैठे दिखाती तस्वीर हालिया बताकर वायरल
वायरल तस्वीर उत्तर प्रदेश के आगरा में 7 अप्रैल 2018 की घटना की है. उस वक़्त एक व्यक्ति को कथित तौर पर आगरा मेडिकल कॉलेज में एक एम्बुलेंस का इंतज़ार करते हुए अपनी बीमार माँ के साथ ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर बैठना पड़ा था.
ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ महिला की पुरानी फ़ोटो वर्तमान से जोड़कर की वायरल
5. वायरल तस्वीर के साथ दावा कोरोना को मात देने के लिए लखनऊ में 1500 बेड तैयार किये गए
बूम ने अपने जांच में पाया कि वायरल तस्वीर लखनऊ से नहीं बल्कि दिल्ली के राउज़ एवेन्यू स्थित एक सरकारी स्कूल की है, जिसे कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते अस्पताल में तब्दील किया गया है.
आज तक, सोशल मीडिया यूज़र्स ने दिल्ली के कोविड फ़ैसिलिटी की तस्वीर उत्तर प्रदेश बताकर शेयर की