फैक्ट चेक

दिल्ली के स्कूल में भारत माता के सिर से मुकुट हटाकर कलमा पढ़वाने का दावा गलत है

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो अगस्त 2022 में लखनऊ के एक स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हुए एक कार्यक्रम के दौरान का है. वीडियो को क्रॉप्ड कर गलत सांप्रदायिक दावा किया जा रहा है.

By -  Rohit Kumar |

10 Jan 2025 4:38 PM IST

offering Kalma Delhi school video fact check

स्कूल में बच्चों के नाटक मंचन किए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. यूजर्स वीडियो को लेकर दावा कर रहे हैं दिल्ली के सरकारी स्कूलों में भारत माता के सिर से मुकुट हटाकर सफेद कपड़ा रखकर कलमा पढ़ाया जा रहा.

बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो को क्रॉप्ड कर गलत सांप्रदायिक दावा किया जा रहा है. मूल वीडियो लखनऊ के मालवीय नगर ऐशबाग में स्थित 'शिशु भारतीय विद्यालय' में हुए एक नाटक कार्यक्रम का है. अगस्त 2022 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल के बच्चे एक नाटक के माध्यम से सामाजिक सौहार्द बढ़ाने का संदेश दे रहे थे.

फेसबुक पर एक यूजर ने यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'दिल्ली के सरकारी स्कूलों में ये हो रहा है. भारत माता के सिर से मुकुट उतारकर सफेद कपड़ा रखकर कलमा पढ़ाया जा रहा है. यह है दिल्ली के स्कूलों का केजरीवाल मॉडल, इसे ज्यादा से ज्यादा फैलाओ'.


(आर्काइव लिंक)

अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (आर्काइव लिंक) और थ्रेड्स (आर्काइव लिंक) पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है. 

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वायरल वीडियो एक नाटक मंचन का है

बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल लेंस से सर्च किया. हमें अगस्त 2022 के कई सोशल मीडिया पोस्ट मिलेे, जिनमें इसे लखनऊ के मालवीय नगर ऐशबाग में स्थित 'शिशु भारतीय विद्यालय' का बताया गया था.

इन पोस्ट में एक गलत सांप्रदायिक दावा किया गया था, जिसका लखनऊ पुलिस ने खंडन भी किया था. 

एक एक्स यूजर ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा था, 'भारत मां के सिर का मुकुट हटाकर पहना दिया हिजाब. मंच से अदा कराया नमाज. वीडियो 'शिशु भारतीय विद्यालय' मालवीय नगर ऐशबाग लखनऊ का है. राष्ट्रीय पर्व पर जिहाद और अलगाववाद के इस एजेंडे से आपको क्या समझ आया?'

तब इसी ट्वीट के रिप्लाई में लखनऊ पुलिस ने एक स्पष्टिकरण जारी किया था. पुलिस ने अपने एक्स हैंडल पर बताया था कि यह वीडियो मालवीय नगर थाना बाजार खाला शिशु भारतीय विद्यालय का है. स्कूल के बच्चों द्वारा एक नाटक का मंचन किया गया था, जिसमें बच्चों द्वारा धर्म के नाम पर झगड़ा फसाद ना करने और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया गया था. 

इसके साथ ही पुलिस ने वीडियो शेयर करने वाले यूजर द्वारा वीडियो के आधे-अधूरे हिस्से को क्रॉप कर शेयर करने और भ्रम फैलाने पर विधिक कार्रवाई करने की बात भी कही थी. 


वायरल वीडियो क्रॉप्ड है

लखनऊ पुलिस ने इस नाटक के पूरे वीडियो को भी शेयर किया था. इस पूरे वीडियो में स्कूली बच्चे नाटक मंचन के माध्यम से चार अलग-अलग धर्मों (हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख और ईसाई) की प्रार्थना कर सामाजिक सौहार्द को बढ़ाने का संदेश दे रहे थे. 



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