प्रयागराज में रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखने की घटना गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल
बूम को पुलिस ने बताया कि इसमें किसी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है. ट्रेन से कटकर मवेशियों की मौत हो जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक पर पत्थर रख दिए थे, जो बाद में हटा लिए गए थे.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मामोली गांव के पास रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखने की तस्वीर गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल है. वायरल तस्वीर में लोकेशन की कोऑर्डिनेशन के साथ देते हुए इसे उत्तर प्रदेश के मामोली का बताया गया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि 28 अक्टूबर 2024 को यह घटना प्रयागराज जिले के मेजा तहसील में मामोली गांव के पास की है जहां दो गाय ट्रेन दुर्घटना का शिकार हो गई थीं. उसी बात से नाराज कुछ लोगों ने रेलवे ट्रैक पर पत्थर रख दिए थे, जो बाद में हटा दिए गए थे. पुलिस ने बताया कि घटना के सभी आरोपी हिंदू समुदाय से हैं, इसमें किसी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
एक्स पर एक यूजर ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'बताओ इतनी मेहनत करने के बाद भी ट्रेन न पलटे तो थू है अल्लाह पर'.
फेसबुक पर एक यूजर ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'समुदाय विशेष का ताजा ताजा योगदान'.
फैक्ट चेक
बूम ने सांप्रदायिक दावे से वायरल रेलवे ट्रैक की तस्वीर की पड़ताल की तो पाया कि दावा गलत है.
मवेशियों की मौत से नाराज ग्रामीणों ने रखे थे पत्थर
बूम ने मामले की जानकारी के लिए मेजा के स्थानीय रिपोर्टर श्रीकांत से संपर्क किया. श्रीकांत ने बताया कि यह बीते सोमवार (28 अक्टूबर 2024) का मामला है. मामोली गांव के ही एक व्यक्ति की दो गाय रेलवे ट्रैक पर दुर्घटना का शिकार हो गई थीं. उसी बात से नाराज एक व्यक्ति ने रेलवे ट्रैक पर पत्थर रख दिए थे, जो बाद में हटा दिए गए थे.
बूम ने मामोली गांव के प्रधान अनिल शुक्ला से भी बात की. ग्राम प्रधान ने बताया, "गांव वाले रेलवे ट्रेन के उस पार पहाड़ी की तरफ अपने मवेशी को चराने के लिए ले जाते हैं. एक दिन गांव के एक किसान की दो गायें ट्रैक पर गाड़ी की चपेट में आ गईं, जिससे आहत किसान ने रेलवे ट्रैक पर पत्थर रख दिए थे."
ग्राम प्रधान ने आगे बताया, "हमने और अन्य सभी ग्रामवासियों ने उसे समझाकर ट्रैक से पत्थर को हटवाए. इस घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक और आतंकवाद जैसी कोई बात नहीं है. तस्वीर को गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है."
घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं
बूम ने अधिक स्पष्टिकरण के लिए मेजा पुलिस स्टेशन भी संपर्क किया. थाना अध्यक्ष राजेश उपाध्याय ने बताया, "यह मेजा के ममोली गांव के पास एनटीपीसी पावर प्लांट को कनेक्ट करने वाले रेलवे ट्रैक पर हुई घटना है. घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक मामला नहीं है. यह पावर प्लांट को जोड़ने वाली रेलवे लाइन है. यह एक सामान्य रेलवे लाइन नहीं है."
थाना अध्यक्ष ने बताया, "ट्रैक पर आ रही एक रेलगाड़ी के आगे अचानक दो मवेशी के आ जाने से उनकी मौत हो गई थी, जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक पर पत्थर रख दिए थे. बाद में गांव वालों ने ही एक दूसरे को समझा-बुझा कर ट्रैक से पत्थर हटा थे."
बूम ने मेजा के सहायक पुलिस आयुक्त रवि कुमार गुप्ता से भी बात की. उन्होंने कहा, "यह किसी भी तरह से सांप्रदायिक घटना नहीं है, घटना में शामिल सभी लोग हिंदू ही हैं." रवि कुमार गुप्ता ने बताया कि फिलहाल इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.