गुजरात के नर्मदा जिले के केवड़िया में बनी सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' पर काम कर रहे श्रमिकों की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर गलत दावे से वायरल है. इसको लेकर दावा किया जा रहा है कि इस स्टैच्यू में दरार पड़नी शुरू हो गई है और यह कभी भी गिर सकती है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर 18 अक्टूबर 2018 की 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के अनावरण से पहले उसके निर्माण कार्य के दौरान की है.
वायरल तस्वीर में 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' की एक फुलफ्रेम फोटो के साथ स्टैच्यू की फुट एरिया की एक अन्य क्लोज-अप तस्वीर है, जिसमें कुछ मजदूर काम करते हुए दिख रहे हैं.
एक्स पर एक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, 'कभी भी गिर सकती है दरार पड़ना शुरू हो गई.'
फेसबुक पर एक यूजर ने लिखा, 'हमको लगता है ये कभी भी गिर सकता है, क्योंकि दरार पड़ना शुरू हो गया है लगता है.'
फैक्ट चेक : वायरल तस्वीर निर्माण कार्य के दौरान की है
सोशल मीडिया पर वायरल 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' में दरार पड़ने का दावा गलत है. 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' की वायरल तस्वीर अक्टूबर 2018 की निर्माण कार्य के दौरान की है.
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल तस्वीर को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया. हमें इमेज शेयरिंग सोशल मीडिया वेबसाइट Pinterest में न्यूज आउटलेट The New York Times के अकाउंट पर यह तस्वीर मिली.
The New York Times ने 31 अक्टूबर 2018 के अपने एक आर्टिकल में यह तस्वीर शेयर की थी.
आर्टिकल में इस तस्वीर को कैप्शन देते हुए लिखा गया कि मूर्ति के निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों ने 18 अक्टूबर को अपना काम पूरा किया. तस्वीर के लिए इमेज शेयरिंग सोशल मीडिया वेबसाइट शटर स्टॉक के माध्यम से यूरोपियन प्रेसफोटो एजेंसी के फोटो जर्नलिस्ट दिव्यकांत सोलंकी को क्रेडिट दिया गया था.
हमें शटर स्टॉक पर दिव्यकांत सोलंकी द्वारा शेयर की गई निर्माणाधीन 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' की वायरल तस्वीर के अलावा कुछ अन्य तस्वीरें भी मिलीं.
इस तस्वीर के विवरण में लिखा गया, "18 अक्टूबर 2018 को अहमदाबाद से लगभग 200 किलोमीटर दूर केवड़िया में सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण स्थल पर काम करते हुए भारतीय श्रमिक."
सरकार के पत्र सूचना कार्यालय की फैक्ट चेक यूनिट ने भी इस दावे तो फर्जी बताते हुए वायरल तस्वीर 2018 में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण के दौरान का बताया है.
पीएम मोदी ने 31 अक्टूबर 2018 को भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल जिन्हें 'भारत के लौह पुरुष' के रूप में भी जाना जाता है, को समर्पित इस स्मारक 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का अनावरण किया था.