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फैक्ट चेक

अर्धनग्न अवस्था में श्रीलंकाई भिक्षु का वीडियो शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष का बताकर वायरल

बूम ने पाया कि दो महिलाओं के साथ अर्धनग्न अवस्था में व्यक्ति की पिटाई का वीडियो जुलाई 2023 का श्रीलंका के एक बौद्ध भिक्षु का है. यह शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप से संबंधित नहीं है.

By - Rohit Kumar | 2 July 2024 10:04 AM GMT

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक व्यक्ति और दो महिलाओं के साथ अर्धनग्न अवस्था में नजर आ रहा है, कुछ अन्य लोग उनके साथ मार-पीट कर रहे हैं. वीडियो को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अर्धनग्न अवस्था में दिख रहा वह व्यक्ति शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज हैं और श्रीलंका में महिलाओं के साथ पकड़े गए हैं. 

बूम ने अपनी जांच में पाया कि दावा गलत है. वायरल वीडियो जुलाई 2023 का श्रीलंका के नवगामुवा इलाके का है, जब कुछ लोगों ने एक बौद्ध भिक्षु के घर में घुसकर उसकी पिटाई कर दी थी. वीडियो शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप से संबंधित नहीं है.

एक यूजर ने एक्स पर वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'भारतीय मुसलमानों को पाकिस्तान भेजने की बात करने वाले शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज श्रीलंका में वैश्याओं के साथ रंगरेलियां मनाते हुए रंगे हाथों पकड़े गए और भर पेट प्रसाद का मजा भी चखने को मिला.'



(आर्काइव पोस्ट)

फेसबुक (आर्काइव पोस्ट) पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है. 

दावे की सत्यता की जांच के लिए बूम की टिपलाइन (+917700906588) पर भी हमें यह वीडियो प्राप्त हुआ.




फैक्ट चेक

दरअसल यह वीडियो इससे पहले भी जुलाई 2023 में एक भारतीय संत के श्रीलंका में वैश्याओं के साथ रंगरेलियां मनाते हुए पकड़े जाने के झूठे दावे से वायरल हुआ था. तब बूम ने इसका फैक्ट चेक किया था. बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि यह व्यक्ति श्रीलंका का एक बौद्ध भिक्षु है.

बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के कीफ्रेम को गूगल पर सर्च किया. हमें श्रीलंका की न्यूज वेबसाइट Asian Mirror पर 08 जुलाई 2023 की इस घटना को लेकर रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में वायरल वीडियो का एक कीफ्रेम भी शामिल है.

रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना श्रीलंका के नावागुमा इलाके की है. व्यक्ति का नाम पल्लेगामा सुमना थेरो है जो एक बौद्ध भिक्षु है. रिपोर्ट में बताया गया कि "एक घर में बौद्ध भिक्षु पल्लेगामा सुमना थेरो और दो महिलाओं पर हमले के बाद नवगामुवा पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार किया था. हालांकि बाद में चारों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है. 



हमें कई अन्य श्रीलंकाई मीडिया आउटलेट में भी इस घटना की रिपोर्ट्स मिलीं. Lanka Sara की रिपोर्ट्स के अनुसार, "दो महिलाओं के साथ आपत्तिजनक हालत में पल्लेगामा सुमना थेरो का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने पल्लेगामा सुमना थेरो सहित कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया." Sri Lanka Mirror की रिपोर्ट के मुताबिक, "बाद में पल्लेगामा सुमना थेरो को 100,000 रुपये की जमानत पर रिहा कर दिया गया."

इसके बाद हमने शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप को लेकर भी मीडिया रिपोर्ट्स सर्च कीं, लेकिन हमें कोई भी ऐसी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जो इस वायरल दावे की पुष्टि करती हो.

हमें स्वामी आनंद स्वरूप के एक्स अकाउंट पर 1 जुलाई 2024 का एक पोस्ट भी मिला. पोस्ट में वायरल वीडियो के एक स्क्रीनशॉट के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक को लिखे एक शिकायत पत्र की तस्वीर भी थी. 

पत्र में वायरल दावे का खंडन करते हुए लिखा गया, "शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष तथा काली सेना के संस्थापक स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज के नाम से कुछ अराजक तत्वों द्वारा श्रीलंकाई बौद्ध भिक्षु का एक वीडियो वायरल किया जा रहा है. इस वीडियो से स्वामी जी का कोई लेना देना नही है."

पत्र यह भी बताया गया कि वायरल वीडियो में स्वामी जी के एक वक्तव्य को जोड़कर इसे वायरल किया जा रहा है.


इसके अलावा पत्र में असंबंधित वीडियो को स्वामी आनंद स्वरूप से फर्जी तरीके से जोड़कर वायरल करने वाले लोगों को तत्काल गिरफ्तार कर कार्रवाई करने की मांग की गई. पत्र में लिखा गया, "उक्त घटना से देश-विदेश में रहने वाले स्वामी जी के लाखों भक्त और अनुयायी काफी आहत हैं अतः आपसे निवेदन है कि ऐसे कृत्य करने वाले दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर दंडित किया जाए."



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