अर्धनग्न अवस्था में श्रीलंका के बौद्ध भिक्षु की पिटाई का वीडियो हिन्दू संत से जोड़कर वायरल
बूम ने पाया वायरल वीडियो श्रीलंका के कोलम्बो शहर के एक प्रान्त का है, जहां कुछ लोगों एक बौद्ध भिक्षु के घर में घुसकर उसकी पिटाई कर दी थी.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति दो महिलाओं के साथ अर्धनग्न अवस्था में नज़र आ रहा है और कुछ लोग उनके साथ मारपीट कर रहे हैं. वीडियो को भारत से जोड़कर दावा किया जा रहा है कि अर्धनग्न दिखने वाला व्यक्ति एक हिन्दू संत है. वीडियो में आगे भगवा रंग के कपड़ें पहने एक व्यक्ति देश के सेक्युलर होने को बुरा-भला कहता है और भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की अपील करता है.
सोशल मीडिया यूज़र्स इसी व्यक्ति को अर्धनग्न अवस्था में पाया गया व्यक्ति मानकर हिन्दू राष्ट्र को लेकर तंज करते हुए वीडियो को शेयर कर रहे हैं.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो श्रीलंका का है और उसमें अर्धनग्न अवस्था में नज़र आ रहा व्यक्ति कोई हिन्दू संत नहीं बल्कि बौद्ध भिक्षु है.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने भारत से जोड़कर वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'हिन्दू राष्ट्र बनाने का अभ्यास करते हुए सन्त जी।'
इसी दावे के साथ अन्य यूज़र्स ने भी यह वीडियो शेयर किया है जिसे यहां और यहां देख सकते हैं.
ट्विटर पर भी कुछ यूज़र ने इस वीडियो को भारत से जोड़ते हुए शेयर किया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो से कीफ्रेम निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो asian mirror नाम की एक वेबसाइट पर 08 जुलाई 2023 की इस घटना को लेकर रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के अनुसार, 'नवागामुवा में हुई एक चौंकाने वाली घटना में, एक घर में पल्लेगामा सुमना थेरो और दो महिलाओं पर हमले के बाद नवगामुवा पुलिस ने चार युवकों को पकड़ा. हालाँकि, चारों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है. पुलिस ने ये कार्यवाही पल्लेगामा सुमना थेरो की शिकायत पर की थी.
नवागामुवा, श्रीलंका का सबसे बड़ा शहर कोलम्बो का पश्चिमी प्रान्त है. रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि पल्लेगामा सुमना थेरो ने बाद में अपनी शिकायत वापस ले ली और समझौता करने को राजी हो गए. उसके इस निर्णय का कारण पता नहीं चल सका.
Colombo Page नाम की एक अन्य वेबसाइट की 8 जुलाई 2023 की रिपोर्ट की अनुसार, नवागामुवा पुलिस ने आज उन आठ लोगों को गिरफ्तार किया जिन्होंने कथित तौर पर नवागामुवा के बोमिरिया रस्सापाना इलाके में एक घर में बौद्ध भिक्षु और दो महिलाओं को नग्न किया और उनके साथ मारपीट की. स्थानीय मजिस्ट्रेट ने सभी को 12 जुलाई तक के लिए रिमांड पर भेज दिया.
उपरोक्त मीडिया रिपोर्ट में पुलिस प्रवक्ता, एसएसपी निहाल थल्दुवा के हवाले से कहा गया है कि उस व्यक्ति की पहचान करने के लिए जांच शुरू कर दी है जिसने सबसे पहले घटना का वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया है.
इस घटना को तमाम श्रीलंका के मीडिया पोर्टल्स ने कवर किया है जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.
उपरोक्त पड़ताल से स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो में अर्धनग्न अवस्था में नज़र आ रहा व्यक्ति श्रीलंकन बौद्ध भिक्षु है, ना कि की हिन्दू संत. हालांकि वीडियो में बाद में बोलता नज़र आ रहा हिन्दू संत की पहचान की बूम पुष्टि नहीं कर सका है.
नहीं, यह तस्वीर मणिपुर यौन उत्पीड़न वीडियो के आरोपियों के समर्थन में रैली नहीं दिखाती