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फ़ैक्ट चेक

सहारनपुर में छात्रों ने नहीं लगाए 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के नारे

बूम ने ग्लोकल यूनिवर्सिटी के एक शिक्षक सहित कई छात्रों से बात की, जो उस समय बस में मौजूद थे, जिन्होंने स्पष्ट किया कि नारा 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' नहीं, बल्कि 'ज़ैद सर ज़िंदाबाद' और 'मोनिस सर ज़िंदाबाद' था.

By - Mohammad Salman | 8 Feb 2023 8:53 AM GMT

सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में ग्लोकल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के नारे लगाये. आज तक, एबीपी न्यूज़, रिपब्लिक भारत और टाइम्स नाउ नवभारत सहित कई न्यूज आउटलेट्स ने इस वीडियो के आधार पर रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें दावा किया गया कि ग्लोकल यूनिवर्सिटी के बी-फार्मा और डी-फार्मा के छात्रों ने चलती बस में 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के नारे लगाए.

बड़ी संख्या में सोशल मीडिया यूज़र्स इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं और वीडियो में दिख रहे छात्रों को 'देशद्रोही' बताते हुए उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

टाइम्स नाउ नवभारत ने वीडियो को ब्रेकिंग न्यूज़ के तौर पर शेयर किया, “#BreakingNow: सहारनपुर में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे, ग्लोकल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने नारे लगाए.”

ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.

द न्यू इंडियन ने वीडियो के साथ कैप्शन दिया, “सहारनपुर की ग्लोकल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए.”

ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.

एबीपी न्यूज़ ने भी अपनी रिपोर्ट में सहारनपुर में ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे लगने का दावा किया.

Full View


ज़ी न्यूज़ हिंदी ने सहारनपुर में ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ का नारा लगने के दावे से रिपोर्ट प्रकाशित की और बताया कि पुलिस ने 2 छात्रों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया है और बाकी छात्रों के बारे में जानकारी जुटा रही है.

आगे रिपोर्ट में इस वीडियो के आधार पर कहा गया, “समाज में एक कट्टर सोच है, जो भारत रहने के बावजूद भारत को अपना नहीं मानती. ऐसे लोग देश से तमाम लाभ लेने के बावजूद आज तक पाकिस्तान को अपने दिल में पाले हुए हैं. उन्हें गजवा-ए-हिंद का रुमानी ख्याल अपनी ओर खींचता है, जिसके चलते वे कब देश विरोधी गतिविधियों पर चल पड़ते हैं, उन्हें खुद भी पता नहीं चलता.”

इसके अलावा; अमर उजालादैनिक भास्कर, एबीपी न्यूज़, आज तकरिपब्लिक भारत, पत्रिका, ईटीवी भारत, यूपी तक ने वायरल वीडियो में छात्रों द्वारा ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ का नारा लगाये जाने के दावे से रिपोर्ट प्रकाशित कीं.

दक्षिणपंथी ट्विटर हैंडल मेघ अपडेट्स, एबीपी न्यूज़ के एडिटर असाइनमेंट विवेक बाजपेयी, पत्रकार हिमांशु मिश्रा, उद्यमी सौरभ सिंह सहित ढेरों सोशल मीडिया यूज़र्स ने वीडियो में ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ लगने का दावा करते हुए मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधा. 

इस वीडियो को फ़ेसबुक पर भी बड़े पैमाने पर शेयर किया गया है. 

इस वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस ने इस मामले में दो छात्रों के ख़िलाफ़ धारा 153 (बी)/505 (2) के तहत रिपोर्ट दर्ज की है. ग्लोकल यूनिवर्सिटी ने भी दोनो छात्रों को निष्कासित कर दिया है.



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फ़ैक्ट चेक 

बूम ने वीडियो के साथ किये गए दावे की सत्यता जांचने के लिए वीडियो का बारीक़ी से विश्लेषण किया. हमने वीडियो की ध्वनि को साफ़ किया, स्लो डाउन और ऑडियो को हाईलाइट करके सुना.

हमने पाया कि इसमें मुख्य रूप से तीन नारे लगाये गए थे –‘ज़ैद सर ज़िंदाबाद’, ‘मोनिस सर ज़िंदाबाद’ और ‘मोनिस सर अमर रहें’ जिसे 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के रूप में ग़लत सुना/ग़लत बताया गया है.

वीडियो के स्लो डाउन और ऑडियो हाईलाइट वर्ज़न को नीचे सुना जा सकता है.

बूम ने ग्लोकल यूनिवर्सिटी के छात्रों सोबन और शाबान से संपर्क किया, जिन्हें पुलिस ने पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने के लिए एफ़आईआर में नामित किया है.

दोनों छात्रों ने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने के दावे को खारिज किया और कहा कि बस में उनके शिक्षकों जैद और मोनिस के नाम के नारे लगे थे.

शाबान ने बताया, “हम सहारनपुर के जेवी जैन कॉलेज एक प्रोग्राम में जा रहे थे. हमारे साथ ज़ैद सर और मोनिस सर भी थे. हम उनके ही नारे लागे रहे थे.”

इसकी पुष्टि के लिए हमने असलम, समीर, शुभम से संपर्क किया जो उस बस में मौजूद थे.

बूम से बात करते हुए असलम ने बताया कि ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ जैसा कोई नारा नहीं लगा. ज़ैद सर और मोनिस सर ज़िंदाबाद का नारा लगा था.

समीर ने बूम को बताया कि बस में सब मौज-मस्ती कर रहे थे. इस बीच छात्रों ने ‘ज़ैद सर ज़िंदाबाद, ‘ज़ैद सर ज़िंदाबाद’, मोनिस सर ज़िंदाबाद’ और ‘मोनिस सर अमर रहें’ की नारेबाज़ी कर दी.

इसके अलावा, उस बस में मौजूद डी-फार्मा के छात्र शुभम ने बूम को स्पष्ट किया कि ‘ज़ैद सर ज़िंदाबाद’, ‘ज़ैद सर ज़िंदाबाद’, मोनिस सर ज़िंदाबाद’ और ‘मोनिस सर अमर रहें’ का नारा लगा था. उन्होंने बताया कि ज़ैद और मोनिस दोनों ही ग्लोकल यूनिवर्सिटी की फार्मेसी विभाग में फैकल्टी हैं.

हमने इस मामले पर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए शिक्षक ज़ैद से संपर्क किया जो ख़ुद बस में मौजूद थे.

उन्होंने वायरल वीडियो के साथ किये जा रहे दावे को ख़ारिज करते हुए कहा, “सहारनपुर के जेवी जैन कॉलेज में फार्मेसी के छात्र जा रहे थे. चूंकि, बच्चों के साथ उनका व्यवहार दोस्ताना है तो मस्ती में बच्चों ने उनके और एक दूसरे फैकल्टी मोनिस के नाम का नारा लगा रहे थे.”

ग्लोकल यूनिवर्सिटी में फार्मेसी विभाग के शिक्षक ज़ैद ने बूम को स्पष्ट किया कि छात्रों ने बस में ‘ज़ैद सर ज़िंदाबाद’, मोनिस सर ज़िंदाबाद’ और ‘मोनिस सर अमर रहें’ का नारा लगाया था.

बूम ने सहारनपुर के एसएसपी विपिन टाडा से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि इस मामले पर एफ़आईआर दर्ज की गई है. किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई. अभी वीडियो की जांच नहीं हुई है.

सीओ बेहट ने बूम को बताया कि इस मामले में मुक़दमा दर्ज किया गया है. फ़िलहाल वीडियो की जांच की जा रही है.

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